लोकसभा चुनाव: राजनीति में आने के दो दशक बाद चुनावी मैदान में उतरेंगी प्रियंका गांधी, गांधी परिवार की चौथी महिला
- रायबरेली से सांसद बने रहेंगे राहुल गांधी
- वायनाड से गांधी देंगे इस्तीफा
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने नाम का किया ऐलान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 52 वर्षीय कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी पहली बार केरल की वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। वायनाड संसदीय सीट से जीते राहुल गांधी के इस्तीफे से ये सीट खाली होगी। आपका बता दें लोकसभा चुनाव 2024 में प्रियंका के भाई राहुल गांधी ने दो सीट रायबरेली और वायनाड सीट पर जीत हासिल की है। सोमवार को राहुल ने रायबरेली सीट रखकर दक्षिण भारत के केरल राज्य की वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया है। वायनाड सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस की तरफ से प्रियंका मैदान में उतरेंगी। बता दें सोमवार को कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक की। जिसके बाद वायनाड सीट से, उम्मीदवार प्रियंका गांधी के नाम की घोषणा की।
उत्तर भारत में राहुल संभाले कमान
कांग्रेस ने वायनाड सीट के लिए प्रियंका गांधी को उम्मीदवार चुना है। आपको बता दें सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक बुलाई। इस बैठक में चर्चा का विषय था कि राहुल गांधी को रायबरेली और वायनाड में किस सीट से इस्तीफा देना चाहिए? सोमवार की हुई इस बैठक में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी शामिल थे। बैठक के बाद खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी रायबरेली से सांसद रहेंगे। प्रियंका गांधी वायनाड से चुनावी मैदान में उतरेंगी। इसी के साथ उन्होंने कहा कि वायनाड के लोगों को राहुल की कमी महसूस नहीं होगी।
दक्षिण भारत में प्रियंका के भरोसे रहेगी कांग्रेस
महासचिव प्रियंका गांधी पहली बार 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रचार- प्रसार अभियान का हिस्सा बनीं। वह अपने भाई के साथ अमेठी और मां के साथ रायबरेली के चुनावी प्रचार में शामिल रहीं थी। प्रियंका ने राजनीति में अपना पहला कदम 23 जनवरी 2019 को रखा था। उन्होंने पूर्व यूपी के प्रभारी महासचिव के रूप में एंट्री ली।
प्रियंका के चुनावी ऐलान के बाद गांधी परिवार की एक और महिला सीधे तौर पर सियासी मैदान में उतरेगी। राजनीति में प्रियंका गांधी अपने परिवार की चौथी महिला होने के साथ 9 वीं सदस्य होंगी। इंदिरा गांधी ने गांधी परिवार की महिलाओं में से सबसे पहला लोकसभा चुनाव लड़ा था। इंदिरा ने साल 1967 में 50 साल की उम्र में लड़ा। इसके बाद मेनका गांधी ने साल 1984 में 28 की उम्र में अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा। इस चुनाव में मेनका को हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद साल 1999 में 53 बर्ष की सोनिया गांधी ने अमेठी सीट से लोकसभा चुनाव जीतकर कांग्रेस का झंडा फहराया। बता दें प्रियंका, गांधी परिवार की पहली मेंबर हैं जो दक्षिण भारत के चुनावी मैदान में खड़ी होंगी। हालांकि एक बार इंदिरा गांधी कर्नाटक के चिकमंगलूर से जीत चुकी हैं। वहीं सोनिया गांधी भी बेल्लारी से जीत हासिल कर चुकी हैं।
भाजपा ने लगाया परिवार की कंपनी का आरोप
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर परिवारवाद की राजनीति का आरोप लगाया है। बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनवाला का कहना है कि यह बात एकदम साफ हो गई है कि कांग्रेस पार्टी परिवार से चलने वाली एक कंपनी है न कि कोई राजनीतिक दल।
Created On :   18 Jun 2024 4:24 PM IST