बिहार कैबिनेट विस्तार: चुनाव से पहले जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश, नीतीश कैबिनेट में दिखेगा हर कास्ट का कॉकटेल, ये हो सकते हैं नए मंत्री
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- नीतीश कैबिनेट में थी मंत्रियों की संख्या 30
- बीजेपी कोटे से दिलीप जायसवाल ने दिया इस्तीफा
- इन 7 मंत्रियों पर नीतीश कैबिनेट ने जताया भरोसा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में इस साल चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर अभी से नेताओं ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है। राज्य में बजट सत्र से पहले ही नीतीश सरकार का कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है। आज कैबिनेट में सात नए मंत्री शामिल होने के लिए शपथ ले सकते हैं। ये सभी विधायक बीजेपी कोटे से ही होंगे। बता दें, कैबिनेट विस्तार में इस बार जातीय समीकरण पर ध्यान दिया जा रहा है। बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार राज्य में जातीय समीकरण साधने की कोशिश में लगी हुई है। क्योंकि, संभावित मंत्रियों में राजपूत, भूमिहार, कुर्मी, कुशवाहा, दलित और वैश्य समाज के चेहरों पर भरोसा जताया जा रहा है।
कौन हैं वो 7 दावेदार?
बीजेपी की तरफ से जिन संभावित नेताओं पर भरोसा जताया गया है उनमें कृष्ण कुमार मंटू, संजय सरावगी, विजय मंडल, राजू सिंह, जीवेश मिश्रा और मोतीलाल प्रसाद हैं। इनके अलावा तारकिशोर प्रसाद और कविता पासवान का नाम भी उम्मीदवारों की दौड़ में शामिल है। जिसका आखिरी फैसला बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की मुहर के साथ होगा।
नए मंत्री किस जाति से होंगे?
नए मंत्रियों में रीगा से विधायक मोतीलाल प्रसाद तेली जाति के हैं, अररिया से विधायक विजय मंडल केवट जाति से हैं। वहीं, बिहारशरीफ से विधायक इंजीनियर सुनील कुमार कुशवाहा जाति से हैं, जाले से विधायक जीवेश मिश्रा भूमिहार जाति से हैं, दरभंगा से विधायक संजय सरावगी वैश्य जाति से हैं। इनके अलावा अमनौत से विधायक कृष्ण कुमार मंटू पटेल कुर्मी जाति से हैं, साहेबगंज से विधायक राजू सिंह राजपूत जाति से आते हैं। इन्हीं को देखते हुए ये अनुमान लगाया गया है कि इस बार जातिगत संतुलन का ध्यान रखा जा रहा है।
कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं पार्टियां
बीजेपी के इस दांव से साफ हो रहा है कि वो किसी चुनावी मैदान में इस बार किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहती है। बीजेपी जातिगत समीकरण पर फोकस करके और उनको एक साथ लाकर अपनी पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश में है। कैबिनेट विस्तार के बाद ही बिहार की राजनीति में नई हलचल देखने को मिल सकती है। विपक्ष भी अपनी रणनीतियों को मजबूत बनाने की कोशिश में लगा हुआ है। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार की राजनीति काफी ज्यादा दिलचस्प नजर आने वाली है।
Created On :   26 Feb 2025 2:31 PM IST