लोकसभा चुनाव 2024: आरएलडी और टीडीपी जैसे क्षेत्रीय दलों के सहारे 400 पार पहुंचेगी एनडीए! जानें इसके सियासी मायने
- इस साल होने है लोकसभा चुनाव है
- चुनाव में आरएलडी और टीडीपी का सहारा लेगी एनडीए
- 400 पार के लक्ष्य को पूरा करने में जुटी भाजपा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की ओर से 370 से अधिक सीटें जीतने का टारगेट सेट किया गया जा चुका है। इसके अलावा चुनाव में पार्टी ने अपने नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 400 पार से अधिक सीटें मिलने की बात कही है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में बजट सत्र के दौरान इस साल के आम चुनाव में बीजेपी के इस लक्ष्य को हासिल करने का दावा किया था। उन्होंने केंद्र की सत्ता में तीसरी बार बने रहने का भरोसा भी जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि इस साल देश में चुनावी लहर से ऐसा प्रतीत होता है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी 370 और एनडीए 400 से ज्याद सीटों पर जीत दर्ज करेगी। पीएम मोदी के इस दावा पर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस लक्ष्य को पाने के लिए एनडीए गठबंधन को सीटों पर मजबूत पकड़ बनानी होगी। शायद यही कारण है कि भाजपा की राष्ट्रीय लोकदल और तेलगु देशम पार्टी के संपर्क में आ रही है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं, पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा था कि विपक्ष पार्टी के नेताओं के रिएक्शन से यह बात साफ हो गई है कि उन्हें अगले कई सालों तक विपक्ष में ही बैठे रहने की ठान ली हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा, "हमारी सरकार की तीसरा कार्यकाल भी बहुत दूर नहीं है। ज्यादा से ज्यादा सौ-सवा सौ दिन रह गए हैं। मैं आमतौर पर आंकड़ों के चक्कर में नहीं पड़ता। लेकिन मैं देश का मिजाज देख रहा हूं। वह राजग को 400 सीटें पार कराके रहेगा। देश भाजपा को 370 सीटें अवश्य देगा।" इस बीच पीएम मोदी ने संसद में जैसे ही 'अबकी बार' बोला तो इसके जवाब में भाजपा सदस्यों के '400 पार' के नारे सुनाई देने लगे। फिलहाल, इस नारे से ज्यादा भाजपा को कैसे इस टारगेट को हासिल करेगी वे काफी अहम है। मगर, विपक्षी पार्टियों के इंडिया गठबंधन में आ रही दरार से चुनाव में बीजेपी को बड़ा लाभ मिल सकता है।
सीट शेयरिंग को लेकर तेज हुई अटकलें
देश में 2024 लोकसभा चुनाव को भाजपा भली भांती समझ रही है। दरअसल, बीजेपी अपनी पार्टी को आगामी चुनाव से पहले सशक्त करने में जुट हुई है। हालांकि, पार्टी को इसकी सफलता भी प्राप्त होती हुई दिखाई दे रही है। पीएम मोदी ने शुक्रवार की सुबह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की घोषणा की। ऐसे में बीजेपी और आरएलडी का लोकसभा चुनाव में गठबंधन लगभग तय माना जा रहा है। वहीं, जब रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी से उनकी बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर सवाल किया गया। तब उन्होंने कहा, "क्या अब भी कोई कसर रह जाती है। आज में किस मुंह से आपके सवालों का जवाब से इनकार करूं।" मीडिया सूत्रों के मानें तो आरएलडी और बीजेपी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर भी बात बन चुकी है। खबरे हैं कि, आरएलडी को बागपत और बिजननौर की लोकसभा सीटें दी जा सकती हैं। यहां तक कि यदि केंद्र में सरकार बनती हैं, तो पार्टी को मंत्री पद भी सौंपा दिया जाएगा। ऐसे में भाजपा को जाट वोटों को बांटने से रोकने में पार्टी को लाभ भी होगा। साथ ही पश्चिमी यूपी में बीजेपी को बढ़त भी मिल जाएगी।
दक्षिण की ये पार्टी है काफी अहम
देश में दक्षिण के 5 राज्यों (केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) को जोड़ा जाए, तो लोकसभा की कुल 129 सीटें हैं। दक्षिणी राज्यों में एनडीए को कमजोर माना जा रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए बीजेपी काफी ज्यादा अलर्ट दिखाई दे रही है। वहीं, आंध्र प्रदेश में 25 लोकसभा सीटें हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि टीडीपी नेता और प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू चुनाव में दमदार प्रतिद्वंदी के रूप में माने जा रहे हैं। इस वजह से बीजेपी के लिए टीडीपी पार्टी काफी ज्यादा मायने रखती हैं। ऐसे में अपने 400 के आकड़े के लिहाज से नायडू को पार्टी में शामिल कर सकती है। सूत्रों के अनुसार, बीते दिनों चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली में गृह मंत्री अमीत शाह के साथ मुलाकात की थी। ऐसे में जानकारों का यह मानना है कि यदि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले टीडीपी और एनडीए के गठबंधन की घोषणा हो जाती है। तो बीजेपी के 400 पार के लक्ष्य को पाने की राह आसान हो जाएगी। वहीं, दक्षिण में वाईएसआर शासित राज्यों में एनडीए गठबंधन बढ़त हासिल कर सकती है।
Created On :   10 Feb 2024 12:44 AM IST