विवादों में कंगना!: 'किसानों से जुड़े तीनों कानून वापस होने चाहिए...', बीजेपी सांसद कंगना रनौत के बयान पर बढ़ी सियासत, कांग्रेस ने घेरा
- किसानों से जुड़े तीनों कानून वापस होने चाहिए- कंगना
- कंगना रनौत ने किसानों को लेकर दिया बड़ा बयान
- कांग्रेस ने कंगना को घेरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रनौत ने किसानों से जुड़ा एक बयान दिया है। जिसके चलते वह एक बार फिर विवादों में आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि किसानों से जुड़े तीन कानू वापस आने चाहिए। उन्होंने कहा कि तीनों कानून वापस लाने के लिए किसानों को खुद इसकी डिमांड करनी चाहिए। हालांकि, उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उनकी इस बात पर विवाद हो सकता है, लेकिन तीनों कानून को दोबारा लागू किया जाना चाहिए।
कांग्रेस ने घेरा
बता दें कि, बीजेपी नेता कंगना रनौत ने उन 3 कृषि कानूनों को दोबारा लाने की बात कही, जिसे केंद्र सरकार ने भारी विरोध के वापस लिया था। इस मामले पर कांग्रेस ने कंगना पर करारा प्रहार किया है। कांग्रेस ने कहा है कि कानून की वापसी अब कभी नहीं होगी, चाहे नरेंद्र मोदी और उनके सांसद जितना जोर लगा लें।
सोशल मीडिया X पर कांग्रेस ने कहा, "किसानों पर लादे गए 3 काले कानून वापस लाने चाहिए। BJP की सांसद कंगना रनौत ने ये बात कही। देश के 750 से ज्यादा किसान शहीद हुए, तब जाकर मोदी सरकार की नींद टूटी और ये काले कानून वापस हुए। अब BJP के सांसद फिर से इन कानून की वापसी का प्लान बना रहे हैं।" कांग्रेस ने कहा, "देश के विकास में किसान मजबूर स्तंभ हैं। मैं चाहती हूं कि वो खुद ऐसी अपील करें। मैं सबके सामने हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि वो ऐसी मांग करें।"
किसानों पर लादे गए 3 काले कानून वापस लाने चाहिए:- BJP की सांसद कंगना रनौत ने ये बात कहीदेश के 750 से ज्यादा किसान शहीद हुए, तब जाकर मोदी सरकार की नींद टूटी और ये काले कानून वापस हुए.अब BJP के सांसद फिर से इन कानून की वापसी का प्लान बना रहे हैं.कांग्रेस किसानों के साथ है.… pic.twitter.com/O5N8kqQHT4
— Congress (@INCIndia) September 24, 2024
किसानों ने कृषि बिल का जमकर किया विरोध
मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान तीन कृषि कानूनों को संसद से पास कराया था। कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन एवं सुविधा) अधिनियम 2020, कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवव पर करार अधिनियम 2020 और वस्तु (संशोधन) अधिनियम 2020 नाम के इन तीनों कानूनों का किसानों ने खूब विरोध किया था। किसान एक साल से ज्यादा समय तक धरने पर बैठे रहे थे। जिसके बाद नवंबर 2021 में पीएम मोदी ने तीनों कानूनों को वापस लेते हुए कहा था कि वे किसानों को समझाने में विफल रहे।
Created On :   24 Sept 2024 4:20 PM IST