राजनीति: मुर्शिदाबाद क्षतिग्रस्त मंदिरों का पुनर्निर्माण अक्षय तृतीया से शुरू, शुभेंदु अधिकारी ने की घोषणा

मुर्शिदाबाद क्षतिग्रस्त मंदिरों का पुनर्निर्माण अक्षय तृतीया से शुरू, शुभेंदु अधिकारी ने की घोषणा
पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने मुर्शिदाबाद में क्षतिग्रस्त हिंदू मंदिरों के पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार की घोषणा की है। वीडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्य 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर शुरू होगा।

कोलकाता, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने मुर्शिदाबाद में क्षतिग्रस्त हिंदू मंदिरों के पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार की घोषणा की है। वीडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्य 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर शुरू होगा।

शुभेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जैसा कि वादा किया गया था, अक्षय तृतीया के शुभ दिन 30 अप्रैल को हम मुर्शिदाबाद जिले के उन हिंदू मंदिरों के पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार का काम शुरू करेंगे, जो हाल के हमलों में क्षतिग्रस्त हो गए थे। वर्तमान में, इन मंदिरों पर जघन्य, निंदनीय और बर्बर हमलों के निशान हैं।"

उन्होंने स्पष्ट किया कि पुनर्निर्माण की प्रक्रिया सभी पारंपरिक धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करते हुए की जाएगी और इस कार्य के लिए ममता बनर्जी सरकार से कोई वित्तीय सहायता स्वीकार नहीं की जाएगी।

उन्होंने एक्स पोस्ट पर आगे लिखा, "शुद्धिकरण और जीर्णोद्धार की प्रक्रिया सभी पारंपरिक धार्मिक अनुष्ठानों का उचित तरीके से पालन करते हुए की जाएगी। हिंदू विरोधी ममता बनर्जी सरकार से कोई वित्तीय सहायता स्वीकार नहीं की जाएगी। मैं दोहराता हूं, सारा खर्च हिंदू खुद वहन करेंगे। मुर्शिदाबाद के हिंदुओं को उनके गांव और पड़ोस के मंदिरों में पूजा करने के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता। ये मंदिर हमारे तीर्थ स्थलों जितने ही महत्वपूर्ण हैं।"

मुर्शिदाबाद में मंदिरों पर हमले की घटनाएं पहले भी विवाद का विषय रही हैं। इन हमलों ने स्थानीय हिंदू समुदाय में आक्रोश पैदा किया था, और इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक बहस भी तेज हुई थी। शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार पर हिंदू विरोधी नीतियों का आरोप लगाया था। अधिकारी की इस घोषणा के बाद स्थानीय हिंदू समुदाय में उत्साह देखा जा रहा है। कई लोगों ने इस पहल का स्वागत करते हुए इसे धार्मिक अधिकारों की रक्षा के लिए सकारात्मक पहल बताया है।

मंदिर पुनर्निर्माण के लिए अक्षय तृतीया का दिन चुना जाना प्रतीकात्मक है, क्योंकि यह हिंदू धर्म में नई शुरुआत और शुभ कार्यों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन शुरू होने वाले कार्यों को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

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Created On :   28 April 2025 11:57 AM IST

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