राजनीति: एनडीए से हमारा नाता नहीं और 'इंडिया' ब्लॉक में हम हैं नहीं रालोजपा प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल

एनडीए से हमारा नाता नहीं और इंडिया ब्लॉक में हम हैं नहीं  रालोजपा प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर 'महागठबंधन' की बैठक पर शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी 'इंडिया' ब्लॉक में शामिल नहीं है और एनडीए से उसका कोई नाता नहीं है। इसीलिए, रालोजपा उस बैठक में नहीं थी।

पटना, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर 'महागठबंधन' की बैठक पर शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी 'इंडिया' ब्लॉक में शामिल नहीं है और एनडीए से उसका कोई नाता नहीं है। इसीलिए, रालोजपा उस बैठक में नहीं थी।

समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान श्रवण अग्रवाल ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की नीतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पटना में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की बैठक बुलाई जाएगी। इसमें जो भी फैसला लिया जाएगा, उसी के अनुरूप पार्टी चुनाव में उतरेगी।

'इंडिया' ब्लॉक के साथ जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "अभी हम इतना कह सकते हैं कि हम 'इंडिया' ब्लॉक में नहीं हैं और एनडीए से कोई संबंध नहीं है। हमारे नेता पशुपति कुमार पारस ने 14 अप्रैल को पटना में आधिकारिक तौर पर एनडीए से सारे संबंध खत्म कर दिए हैं। हमने एनडीए से तलाक ले लिया है।"

बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तमाम राजनीतिक पार्टियों द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। एनडीए से नाता तोड़ने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि पशुपति कुमार पारस गुरुवार को हुई 'इंडिया' ब्लॉक की बैठक में हिस्सा ले सकते हैं। लेकिन, इस बैठक में रालोजपा का कोई प्रतिनिधि नहीं दिखाई दिया।

गत 14 अप्रैल को एनडीए से अलग होने की घोषणा के बाद पशुपति कुमार पारस ने कहा था कि उनकी पार्टी एक नया बिहार बनाएगी और राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर खुद को मजबूत करेगी। चुनाव के समय तय किया जाएगा कि किस गठबंधन के साथ जाएंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जो गठबंधन उचित सम्मान देगा, वहां जाएंगे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा था, "हम एनडीए गठबंधन के वफादार और ईमानदार साथी थे। लोकसभा चुनाव के समय एनडीए के लोगों ने हमारी पार्टी के साथ नाइंसाफी की। इसके बावजूद, राष्ट्रहित में हमारी पार्टी एनडीए के साथ रही। लोकसभा चुनाव गुजरने के छह महीने बाद जब कभी एनडीए की बैठक हुई, तब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के बयान में एनडीए के 'पांच पांडव' की बात कही गई। इसमें हमारी पार्टी का कहीं नाम नहीं रहा। हमारे साथ अन्याय किया गया।"

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Created On :   18 April 2025 6:55 PM IST

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