खेल: नाडा इंडिया ने ‘एक साथ मिलकर स्वच्छ खेल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण’ पर राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी की

नाडा इंडिया ने ‘एक साथ मिलकर स्वच्छ खेल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण’ पर राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी की
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) इंडिया ने आज इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी), नई दिल्ली में “एक साथ मिलकर स्वच्छ खेल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण” पर एक सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। प्ले ट्रू वीक 2025 के हिस्से के रूप में आयोजित इस कार्यक्रम में भारत में स्वच्छ, निष्पक्ष और मूल्य-आधारित खेल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हितधारकों के एक विस्तृत स्पेक्ट्रम को एक साथ लाया गया।

नई दिल्ली, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) इंडिया ने आज इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी), नई दिल्ली में “एक साथ मिलकर स्वच्छ खेल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण” पर एक सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। प्ले ट्रू वीक 2025 के हिस्से के रूप में आयोजित इस कार्यक्रम में भारत में स्वच्छ, निष्पक्ष और मूल्य-आधारित खेल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हितधारकों के एक विस्तृत स्पेक्ट्रम को एक साथ लाया गया।

उद्घाटन सत्र में, खेल विभाग की सचिव, श्रीमती सुजाता चतुर्वेदी ने इस बात पर जोर दिया कि चूंकि भारत 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी के लिए बोली लगा रहा है, इसलिए हमें अपनी खेल महत्वाकांक्षा को एक मजबूत डोपिंग रोधी प्रणाली के साथ जोड़ना चाहिए ताकि निष्पक्षता, अखंडता और स्वच्छ खेल के प्रति प्रतिबद्धता सुनिश्चित हो सके।

विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) के एशिया/ओसनिया कार्यालय की निदेशक डॉ. मयूमी याया यामामोटो ने इस वर्ष के वैश्विक प्ले ट्रू अभियान में नाडा इंडिया और राष्ट्रीय हितधारकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने ‘इट्स स्टार्ट्स विद मी’ अभियान के महत्व को रेखांकित किया और एक साथ स्वच्छ खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए आवश्यक साझा जिम्मेदारी और एकता पर प्रकाश डाला।

उद्घाटन सत्र के प्रमुख क्षणों में से एक दस अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं में “नाडा इंडिया के फेयर प्ले गाइड” का अनावरण था, जिसका उद्देश्य पूरे देश में एथलीटों और हितधारकों के लिए स्वच्छ खेल शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाना था। प्रतिभागियों ने निष्पक्ष खेल और डोपिंग मुक्त खेल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए एक प्रतिज्ञा हस्ताक्षर समारोह में भी भाग लिया।

सम्मेलन में एंटी-डोपिंग नीति, शिक्षा और परीक्षण को बढ़ाने और एथलीट अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, विशेष रूप से चिकित्सीय उपयोग छूट (टीयूई) के संदर्भ में महत्वपूर्ण विषयों पर आकर्षक पैनल चर्चाएँ हुईं। राष्ट्रीय खेल महासंघों, चिकित्सा संस्थानों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के विशेषज्ञों ने भारत की डोपिंग रोधी प्रणाली को मजबूत करने के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और कार्रवाई योग्य रणनीतियों को साझा किया।

इस कार्यक्रम में खेल प्रशासकों, एथलीटों, प्रशिक्षकों, शिक्षकों और चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया और सहयोग, विचारों के आदान-प्रदान और भविष्य-उन्मुख योजना के लिए एक स्थान बनाया।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   16 April 2025 6:38 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story