राजनीति: बिहार में महागठबंधन कुछ भी कर ले, यहां दाल नहीं गलने वाली उपेंद्र कुशवाहा

बिहार में महागठबंधन कुछ भी कर ले, यहां दाल नहीं गलने वाली  उपेंद्र कुशवाहा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को बिहार की एकदिवसीय यात्रा पर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। अब उनकी बिहार यात्रा को लेकर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने तंज कसा है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां जाकर उन्हें बेरोजगार युवकों को नौकरी देने की बात करनी चाहिए।

पटना, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को बिहार की एकदिवसीय यात्रा पर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। अब उनकी बिहार यात्रा को लेकर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने तंज कसा है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां जाकर उन्हें बेरोजगार युवकों को नौकरी देने की बात करनी चाहिए।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव के समय सिर्फ लोगों को आकर्षित करने के लिए ऐसे बयान देती है। राहुल गांधी भी यहां आकर यही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 60 साल उनकी सरकार थी। फिर बाद में 15 साल राजद के साथ मिलकर सरकार चलाई। उन्होंने क्या दुर्दशा कर रखी थी, यह बात किसी से छुपी हुई है क्या? वह कुछ भी कर लें, बिहार में महागठबंधन की दाल नहीं गलने वाली है।

उन्होंने आगे कहा कि संविधान सुरक्षा सम्मेलन उनकी पार्टी का कार्यक्रम था, उसमें वे भाग लेने पहुंचे थे। इसी तरह बेगूसराय में भी 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा में वे 30 मिनट तक ही रहे और चले गए। उन्हें भी यह बात मालूम है कि बिहार में कांग्रेस का कुछ नहीं होने वाला है।

इधर, कांग्रेस की सदाकत आश्रम की बैठक के दौरान हंगामा और कार्यकर्ताओं के दो गुटों में मारपीट को लेकर उन्होंने कहा कि यह उनकी नियति है। यही उनकी आंतरिक बनावट है और यही होगा। ऐसी स्थिति में वे जनता की क्या बात करेंगे।

गौरतलब है कि यह हंगामा तब हो रहा था, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी उस समय प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में ही मौजूद थे। दरअसल, सोमवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एक दिवसीय बिहार यात्रा के क्रम में पटना पहुंचे थे। वे पटना के प्रदेश कार्यालय में उपस्थित थे और कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे। तभी कांग्रेस के दो गुट आपस में भिड़ गए। बताया जा रहा है कि एक गुट पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का समर्थक था, जबकि दूसरा गुट एक पूर्व विधायक का समर्थक था।

--आईएएनएस

एमएनपी/एएस

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Created On :   8 April 2025 2:00 PM IST

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