राजनीति: मिल्कीपुर उपचुनाव में गड़बड़ी की आशंका, डीजीपी को हटाकर कराएं चुनाव अमीक जमई

मिल्कीपुर उपचुनाव में गड़बड़ी की आशंका, डीजीपी को हटाकर कराएं चुनाव  अमीक जमई
मिल्कीपुर उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी बीच सपा नेता अमीक जमई ने दावा किया कि अगर यूपी के डीजीपी चुनाव के दौरान अपने पद पर बने रहते हैं, तो इससे चुनाव आयोग की गाइडलाइन का उल्लंघन होगा और चुनाव में गड़बड़ी हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगर डीजीपी को हटाकर चुनाव कराया जाता है, तो मिल्कीपुर में समाजवादी पार्टी को कोई ताकत नहीं हरा सकती है।

लखनऊ, 7 जनवरी (आईएएनएस)। मिल्कीपुर उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी बीच सपा नेता अमीक जमई ने दावा किया कि अगर यूपी के डीजीपी चुनाव के दौरान अपने पद पर बने रहते हैं, तो इससे चुनाव आयोग की गाइडलाइन का उल्लंघन होगा और चुनाव में गड़बड़ी हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगर डीजीपी को हटाकर चुनाव कराया जाता है, तो मिल्कीपुर में समाजवादी पार्टी को कोई ताकत नहीं हरा सकती है।

अमीक जमई ने मंगलवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि मिल्कीपुर में चुनाव का जो संयोजन है, वह अगर उत्तर प्रदेश के डीजीपी के पास रहा, तो चुनाव के दौरान पूरी तरह से इलेक्शन कमीशन की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जाएंगी। उनका आरोप है कि इस तरह की परिस्थितियों में बूथ कैप्चरिंग जैसी गतिविधियों का प्रयास हो सकता है। हम समझते हैं कि मिल्कीपुर चुनाव में सपा पर श्री रामचंद्र जी का आशीर्वाद है और अखिलेश यादव की छवि का वहां बहुत प्रभाव है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बना दिया है, लेकिन अगर पुलिस को हटाकर चुनाव कराया जाए, तो सपा को हराना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि सपा की राजनीति लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ नहीं है। हम उन दलों के साथ खड़े हैं जो भाजपा को हराने में सक्षम हैं। अखिलेश यादव का स्पष्ट रूप से मानना है कि भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों को सत्ता से बेदखल करना जरूरी है।

इसके अलावा, अमीक जमई ने गोरखपुर में हुई हत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे एक सेंसिटिव विषय बताया। उन्होंने कहा कि हम हर दिन देख रहे हैं कि किसानों और बेटियों को उत्तर प्रदेश में जलील किया जा रहा है। रेप और छेड़छाड़ के मामले बढ़ते जा रहे हैं। सरकार 'बेटी बचाओ' के नाम पर बनी थी, लेकिन सूचना म‍िलने के बावजूद पुलिस वहां नहीं पहुंचती। जब पुलिस पहुंचती है, तो रेपिस्टों से समझौता कर उन्हें बचाने की कोशिश की जाती है और उल्टे पीड़‍ित बेटियों पर ही मामले थोप दिए जाते हैं। यह सवाल उठता है कि जब मुख्यमंत्री जी अपना ही जिला नहीं संभाल पा रहे हैं, तो प्रदेश की कानून व्यवस्था कैसी होगी?

दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा की हार तय है, उसे भारी हार का सामना करना पड़ेगा। अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जो काम किए हैं, उसकी वजह से वह बड़ी जीत हासिल करेंगे।

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Created On :   7 Jan 2025 8:59 PM IST

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