कूटनीति: अमेरिका के एनएसए दो दिन के दौरे पर आएंगे भारत, क्यों अहम है ये यात्रा?

अमेरिका के एनएसए दो दिन के दौरे पर आएंगे भारत, क्यों अहम है ये यात्रा?
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन की रविवार से शुरू हो रही दो दिवसीय नई दिल्ली यात्रा दोनों देशों की साझेदारी के लिए खासी अहमियत रखती है। इस दौरान भारत-अमेरिका के बीच 'महत्वपूर्ण और उभरती टेक्नोलॉजी पर पहल (आईसीईटी)' सहित कई रणनीतिक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।

नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन की रविवार से शुरू हो रही दो दिवसीय नई दिल्ली यात्रा दोनों देशों की साझेदारी के लिए खासी अहमियत रखती है। इस दौरान भारत-अमेरिका के बीच 'महत्वपूर्ण और उभरती टेक्नोलॉजी पर पहल (आईसीईटी)' सहित कई रणनीतिक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।

यह यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के 20 जनवरी को पद छोड़ने और डोनाल्ड ट्रंप के 47वें राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने से पहले हो रही है।

व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ 'एक महत्वपूर्ण बैठक' के लिए सुलिवन की यात्रा की पुष्टि की।

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा, "यह सुलिवन की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की अंतिम यात्रा होगी। वह बहुत उत्साहित हैं और इस महत्वपूर्ण समय में इन बातचीतों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।"

किर्बी ने वाशिंगटन में कहा, "यात्रा के दौरान, सुलिवन विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अन्य भारतीय नेताओं से मिलेंगे। वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली का भी दौरा करेंगे, जहां वह युवा भारतीय उद्यमियों से मिलेंगे और भाषण देंगे।"

अधिकारी ने कहा, 'सुलिवन के भाषण में उन महत्वपूर्ण कदमों का जिक्र होगा जो अमेरिका और भारत ने 'महत्वपूर्ण और उभरती टेक्नोलॉजी पर अमेरिका-भारत पहल (आईसीईटी)' के तहत हमारे इनोवेशन गठबंधन को मजबूत करने के लिए उठाए हैं।'

आईसीईटी को मई 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने लॉन्च किया था।

दोनों एनएसए का मानना है कि आईसीईटी भारत-अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने में एक निर्णायक भूमिका निभाएगा।

जून 2024 में, सुलिवन के साथ एक आईसीईटी राउंडटेबल को संबोधित करते हुए, एनएसए डोभाल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत और अमेरिका को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सबसे आगे रहना चाहिए - विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), सेमीकंडक्टर, बायो-टेक और अन्य उभरते क्षेत्रों में।

डोभाल ने कहा, "आईसीईटी ने हमारी कल्पना से कहीं अधिक हासिल किया है।" उन्होंने डिफेंस इनोवेशन रोडमैप और स्टार्टअप में हुई प्रगति पर प्रकाश डाला और बढ़ते सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के महत्व पर जोर दिया।

वहीं सुलिवन ने पिछले साल उद्योग जगत के नेताओं से कहा, "आईसीईटी का मूल विचार भारत और अमेरिका के एक-दूसरे का समर्थन करने और टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम में अधिक सहयोग को बढ़ावा देने, संयुक्त रूप से इनोवेशन करने और चुनौतियों का समाधान खोजने के विचार के बारे में है।"

--आईएएनएसमके/

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Created On :   4 Jan 2025 2:57 PM IST

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