सुरक्षा: जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, जेसीओ शहीद

जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, जेसीओ शहीद
जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकवादियों ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना के जवानों ने नाकाम कर दिया। इस मुठभेड़ में सेना के एक जूनियर कमीशंड अफसर (जेसीओ) शहीद हो गए।

जम्मू, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकवादियों ने घुसपैठ की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना के जवानों ने नाकाम कर दिया। इस मुठभेड़ में सेना के एक जूनियर कमीशंड अफसर (जेसीओ) शहीद हो गए।

अधिकारियों ने बताया कि यह घटना शुक्रवार की रात जम्मू जिले के अखनूर के केरी-बट्टल इलाके में हुई। आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे। सेना के सतर्क जवानों ने तुरंत जवाब दिया और दोनों ओर से गोलीबारी हुई। इस कार्रवाई में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया।

अधिकारियों ने बताया, "गोलीबारी के दौरान एक जूनियर कमीशंड अफसर (जेसीओ) गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर चोट की वजह से शनिवार को शहीद हो गए ।"

सेना की जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि शहीद जवान का नाम कुलदीप चंद था और वे 9 पंजाब रेजिमेंट में तैनात थे।

शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "व्हाइट नाइट कोर और सभी रैंक 9 पंजाब रेजिमेंट के बहादुर सूबेदार कुलदीप चंद को सलाम करते हैं।"

उन्होंने 11 अप्रैल 2025 की रात को सुंदरबनी के केरी-बट्टल इलाके में नियंत्रण रेखा पर आतंकियों की घुसपैठ रोकने के लिए चलाए गए अभियान में बहादुरी से लड़ते हुए अपनी जान दे दी। उनकी टीम की वीरता और कुलदीप चंद के बलिदान ने आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। हम इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़े हैं।

इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चटरू जंगल इलाके में तीन दिन तक चले एक अभियान में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकियों में जैश-ए-मोहम्मद का एक बड़ा कमांडर सैफुल्लाह भी शामिल था।

अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़ में आतंकियों से एक एके-47 राइफल, एक एम4 राइफल और बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए। शुक्रवार को शुरू हुए इस संयुक्त ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने पहले दिन एक आतंकी को मार गिराया था।

यह कार्रवाई खुफिया इनपुट के आधार पर की गई थी। जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकी ढेर हो गया।

अधिकारियों ने बताया कि घने जंगलों में छिपे आतंकियों को ढूंढने के लिए सेना और पुलिस का तलाशी अभियान अभी भी जारी है।

एक स्थानीय नागरिक ने सुरक्षाबलों को बताया कि 9 अप्रैल की रात करीब 8:30 बजे तीन आतंकी, जो काले कपड़े पहने हुए थे और भारी हथियारों से लैस थे, उसके घर में घुसे थे। वे वहां करीब तीन घंटे रुके और रात 11:30 बजे चले गए।

इस जानकारी के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी और कड़ी कर दी। रिपोर्टों के अनुसार, और जवानों को मौके पर भेजा गया है और संयुक्त बल छिपे हुए आतंकियों पर नजर बनाए हुए हैं।

इसके अलावा, यह भी ज़िक्र करना जरूरी है कि 3 मार्च को कठुआ जिले के हीरानगर क्षेत्र के सान्याल गांव में पांच आतंकवादियों को देखा गया था। पुलिस की एक टीम तुरंत वहां पहुंच गई थी।

सान्याल गांव अंतरराष्ट्रीय सीमा से सिर्फ 4 किलोमीटर दूर है, इसलिए माना जा रहा है कि ये आतंकी हाल ही में सीमा पार कर भारतीय इलाके में घुसे होंगे। सान्याल गांव से भागते हुए आतंकी सफियुन जखोले इलाके की ओर निकल गए। पुलिस ने आतंकियों का पीछा किया और मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। लेकिन इस मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी भी शहीद हो गए।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   12 April 2025 3:04 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story