Nirbhaya Case: बेटी के इंसाफ पर बोली मां आशा देवी- आज का सवेरा 'निर्भय'
- उन्होंने कहा
- यह न्याय देश की बच्चियों को मिला है
- भारत की बेटियों के लिए उम्मीद की नई किरण है
- दोषियों को फांसी मिलने के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने जाहिर की खुशी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड के चारों दोषियों को शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे फांसी दे दी गई। इस पर खुशी जाहिर करते हुए निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, आखिरकार उनकी बेटी को इंसाफ मिल गया है। उन्होंने कहा, यह न्याय देश की बच्चियों को मिला है और यह भारत की बेटियों के लिए उम्मीद की नई किरण है।
Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang-rape victim: Finally they have been hanged, it was a long struggle. Today we got justice, this day is dedicated to the daughters of the country. I thank the judiciary government. https://t.co/Bqv7RG8DtO pic.twitter.com/llBXtTYt6B
— ANI (@ANI) March 20, 2020
6 में से चार दोषियों को फांसी, एक ने कर ली थी खुदकुशी
अक्षय, पवन, विनय और मुकेश दुष्कर्म में शामिल उन छह लोगों में से थे, जिन्होंने साल 2012 में दिसंबर की सर्द रात में राष्ट्रीय राजधानी में एक चलती बस में 23 वर्षीय छात्रा (निर्भया) के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। बाद में दोषी छात्रा और उसके मित्र को सड़क किनारे छोड़कर चले गए थे। छात्रा ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। मामले के एक दोषी राम सिंह ने जेल में खुदकुशी कर ली थी और दूसरे दोषी नाबालिग को बाल सुधार गृह में भेजा गया था। वहीं अन्य चार को आज शुक्रवार को फांसी दे दी गई है।
Delhi: Asha Devi, Badrinath Singh, and their lawyer Seema Kushwaha show victory sign after the convicts were hanged till death after a 7-year-long legal battle. #NirbhayaVerdict pic.twitter.com/eQSt4rtLWT
— ANI (@ANI) March 20, 2020
सात साल तक लड़ी कानूनी लड़ाई
निर्भया के माता-पिता ने सात सालों तक लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी और अंत में उन्हें न्याय मिला। निर्भया की मां आशा देवी ने आईएएनएस से कहा, आखिरकार आज न्याय मिला। चारों दोषियों को फांसी दे दी गई। आज का सूरज भारत की बेटियों के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर उगा। उन्होंने कहा, 16 दिसंबर 2012 की रात को सिर्फ निर्भया ही नहीं पूरा देश अंदर तक हिल गया था। आज जाकर न्याय हुआ। अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने और दुष्कर्म व हत्या के आरोपियों को मौत की सजा दिलाने के लिए उन्होंने काफी इंतजार किया। दोषियों को फांसी दे दी गई है, जब इस बात की पुष्टि हुई तो आशा देवी उस समय अपनी खुशी को बयान नहीं कर सकीं।
#WATCH Asha Devi, mother of 2012 Delhi gang rape victim shows victory sign hugs her sister Sunita Devi and lawyer Seema Kushwaha. pic.twitter.com/rskapVJR13
— ANI (@ANI) March 20, 2020
"मां होने के धर्म को पूरा किया"
निर्भया की मां ने दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद मीडिया से कहा, आज का दिन 20 मार्च, हमारी बच्चियों के नाम, हमारी महिलाओं के नाम। देर से सही, इंसाफ मिला। इस केस के माध्यम से कानून में जो खामियां थी, वह सामने आई है, जिन्हें दूर किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा, उन्हें निर्भया पर गर्व है और उन्होंने अपने मां होने के धर्म को पूरा किया है। उन्होंने आगे कहा, मैं सभी लोगों को बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूं। देर से ही सही हमें न्याय मिला। मैं न्याय व्यवस्था और महामहिम राष्ट्रपति सहित सभी लोगों को धन्यावाद देती हूं। दोषियों ने बचने के लिए बार-बार याचिकाएं दायर की लेकिन अदालतों ने उन्हें खारिज करते हुए न्याय देने का काम किया और यह संदेश दिया कि यदि बच्चियों व महिलाओं के साथ इस प्रकार का अपराध होगा तो निश्चित तौर पर दोषियों को सजा मिलेगी।
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"न्याय-व्यवस्था पर सभी का विश्वास बढ़ा"
उन्होंने कहा, देर से ही सही इंसाफ मिलने से कानून-व्यवस्था व न्याय-व्यवस्था पर सभी का विश्वास बढ़ा है। हमारी बच्ची चली गई, लेकिन उसके जाने के बाद हमने लड़ाई जारी रखी और आज हमें न्याय मिला। आगे भी बच्चियों को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। यह मामला एक नजीर बनेगा और इसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, मामले से सबक लेकर मां-बाप भी लड़कों को इस बारे में कहेंगे कि गलत काम करने का नतीजा बुरा होता है और उसका दंड इस प्रकार से मिलता है।
सात साल बाद आद न्याय की जीत हुई- स्वाति मालीवाल
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने को पूरे देश के लिए एक जीत बताया। साथ ही उन्होंने कहा, हमें देश में कठोर प्रणाली की जरूरत है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 7 साल के लंबे इंतजार के बाद आज न्याय की जीत हुई। निर्भया की मां ने न्याय के लिए दर दर की ठोकर खाई। सारा देश सड़कों पर उतरा, अनशन किया, लाठी खाई। उन्होंने कहा, ये सारे देश की जीत है। अब हमें देश में एक कठोर सिस्टम बनाना है। विश्वास है बदलाव जरूर आएगा।
7 साल के लंबे इंतेज़ार के बाद आज न्याय की जीत हुई। निर्भया की माँ ने न्याय के लिए दर दर की ठोकर खाई। सारा देश सड़कों पर उतरा, अनशन किया, लाठी खाई।
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) March 20, 2020
ये सारे देश की जीत है। अब हमें देश में एक कठोर सिस्टम बनाना है। विश्वास है बदलाव आएगा, ज़रूर आएगा। सत्यमेव जयते ! #NirbhayaCase
Nirbhaya Case: इंसाफ के आगे कोरोना भी हारा, तिहाड़ के बाहर लोगों ने मनाया जश्न, बांटी मिठाइयां
Created On :   20 March 2020 9:51 AM IST