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फर्जी हस्ताक्षर कर डकार गए दो लाख की सहायता राशि, 2 सचिव निलंबित, 3 की वेतन वृद्धि रोकी
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डिजिटल डेस्क, सिंगरौली(वैढन)। वित्तीय अनियमितता के आरोप में जिला पंचायत सीईओ ऋतुराज ने 2 सचिवों को निलंबित करने और एक सचिव समेत 3 की वेतन वृद्धि रोकने का आदेश जारी किया है। सीईओ द्वारा जारी आदेश में चितरंगी जनपद के ग्राम पंचायत पडरी खुर्द के तात्कालीन सचिव एवं ग्राम पंचायत फुटहडवा के वर्तमान सचिव उमाशंकर बैस को सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत प्राथमिक शाला भवनों को राशि भेजने में वित्तीय अनियमितता करने और ग्राम पंचायत बरहट के सचिव सुभाष मोहन साकेत को गडवानी पंचायत की महिला शांति देवी को मृत दिखाकर एवं सरपंच-सचिव का फर्जी हस्ताक्षर कर 2 लाख रूपये की राशि निकालने के आरोप में निलंबन कर दिया गया है।
सहयोग करने वाले भी नपे
इस फर्जीवाडे में सहयोग करने वाले जनपद पंचायत चितरंगी में पदस्थ सहायक वर्ग 3 राजेश पांडेय,पंचायत समन्वय अधिकारी उमेश प्रताप सिंह,गडवानी पंचायत के तत्कालीन सचिव एवं देवरी द्वितिय पंचाय सचिव सगुन प्रसाद विश्वकर्मा की असंचयी प्रभाव से दो-दो वेतन वृद्धियां रोकने का आदेश दिया है।
दिमागी बुखार से गंभीर हो रहे बच्चे
जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में मौसमी बीमारी मलेरिया की मार से पीडि़त बच्चों के आने का क्रम जारी है। सोमवार को फिर से यहां मलेरिया से पीडि़त एक 5 वर्षीय बच्चे को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया है। बच्चे का नाम प्रमोद सिंह पिता विनय सिंह निवासी ओखरावल बताया जाता है। जो दिमागी बुखार की चपेट में आने से काफी गंभीर हालत में पहुंच गया है। परिजन उसका इलाज पहले प्राइवेट अस्पताल में करा रहे थे और वहां सुधार नहीं होने पर सोमवार की सुबह उसे बच्चा वार्ड में भर्ती कराये हैं। जहां उसे सांस लेने में दिक्कत आने पर ऑक्सीजन भी लगाया गया है। बताया जाता है कि वार्ड में भर्ती मलेरिया पीडि़त अन्य कई बच्चे भी दिमागी बुखार से ग्रसित हैं, लेकिन इन सभी में फिलहाल प्रमोद की हालत सबसे गंभीर है। इन हालात में यहां भर्ती मासूम बच्चों की स्थिति में कितना सुधार हो पायेगा, अंदाजा लगाया जा सकता है।
Created On :   6 Aug 2019 1:28 PM IST