सडक़ के उड़े परखच्चे, 12 साल पहले हुआ था निर्माण, वर्षों से मरम्मत नहीं

The road was blown away, the construction was done 12 years ago, not repaired for years
सडक़ के उड़े परखच्चे, 12 साल पहले हुआ था निर्माण, वर्षों से मरम्मत नहीं
गड्ढों में गायब कटनी-बरही मार्ग, वाहनों में बढ़ी टूट-फूट सडक़ के उड़े परखच्चे, 12 साल पहले हुआ था निर्माण, वर्षों से मरम्मत नहीं

डिजिटल डेस्क,कटनी। जिला मुख्यालय को नेशलन पार्क बांधवगढ़ से जोडऩे वाला कटनी-बरही रोड के इन दिनों परखच्चे उड़े हैं। 40 किलोमीटर लम्बी सडक़ में एक मीटर रोड भी ऐसी नहीं है जो गड्ढों से अछूती हो। 12 साल पहले 2010 में इस सडक़ का निर्माण एमपीआरडीसी ने कराया था। पांच साल तक इस मार्ग का मेंटेनेंस निर्माण करने वाली ठेका कंपनी को करना था। उसके बाद इस रोड को एमपीआरडीसी ने लावारिश छोड़ दिया। इस रोड में रेत, पत्थर, मुरुम आदि  खनिज के परिवहन से प्रदेश सरकार को हर साल 50 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त होता है।

इसके बाद भी सडक़ के मेंटेनेंस की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। खास बात यह है कि यह रोड नेशनल पार्क बांधवगढ़ को भी जोड़ती है। बांधवगढ़ की सैर के लिए जाने वाले पर्यटक जिला मुख्यालय से बरही होकर ही पहुंचते हैं। सडक़ की हालत खराब होने से पर्यटन पर भी असर पड़ रहा है। 40 किलोमीटर को सफर तय करने में वाहन चालकों को दो से ढाई घंटे का समय लगता है। वहीं बड़े-बड़े गड्ढे होने से वाहनों में टूट-फूट भी अधिक होती है।

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जनप्रतिनिधियों द्वारा जिले भर में सडक़ों के निर्माण के लिए करोड़ों रुपये का बजट स्वीकृत होने के दावे किए जा रहे हैं। इस महत्वपूर्ण सडक़ की दुर्दशा के सुधार के लिए किसी जनप्रतिनिधि ने दावे नहीं किए।

इनका कहना है

कटनी-बरही रोड का निर्माण 2010 में हुआ था, यह सही है कि वर्तमान में रोड काफी खराब है, 60 किलोमीटर रोड में 20 किलोमीटर में नए सिरे से निर्माण एवं 40 किलोमीटर के रिन्यूवल के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।                                                                                                                                                  -विनोद तंतुवाय, जीएम एमपीआरडीसी

Created On :   27 Dec 2022 12:37 PM GMT

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