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तकनीकी और कौशल विकास की एकीकृत शिक्षा के लिए बनेगी रणनीति आरजीपीवी द्वारा गठित होगी टास्क फोर्स समिति
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डिजिटल डेस्क, सीहोर। तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि वर्तमान में इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को भी कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की आवश्यकता है। किसी भी संस्थान में प्रतिस्पर्धा के वातावरण में काम किया जा रहा है, परिणामस्वरूप निरंतर कौशल प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता की माँग बढ़ रही है। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के अन्तर्गत तकनीकी शिक्षा, कौशल तथा राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एकीकृत शिक्षा पर कार्य करने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि आरजीपीवी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुवर्तन में टास्क फोर्स का गठन किया गया है। तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया सोमवार को "आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश" के संदर्भ में विभागीय गतिविधियों की समीक्षा कर रही थीं। मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि भारतीय उत्पादों को प्रोत्साहित करते हुए देश और मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। वर्तमान में खिलौना उद्योग प्राथमिकता में आ गया है। प्रदेश के आईटीआई में पारंपरिक ट्रेड के साथ खिलौना बनाने की तकनीक पर भी पाठ्यक्रम तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्व-सहायता समूहों को भी खिलौना उद्योग से जुड़ने के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर आयुक्त तकनीकी शिक्षा श्री पी. नरहरि, आरजीपीवी के कुलपति श्री सुनील कुमार, संचालक कौशल विकास श्री एस. धनराजू उपस्थित थे।
Created On :   25 Nov 2020 2:20 PM IST