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राजनांदगांव : विशेष सचिव एवं मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. प्रियंका शुक्ला ने ली स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक
डिजिटल डेस्क, राजनांदगांव। कोविड-19 हॉस्पिटल में बिस्तर एवं कोविड केयर सेंटर की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए रेपिड एक्शन टीम बनाने कहा राजनांदगांव 05 सितम्बर 2020 विशेष सचिव एवं मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. प्रियंका शुक्ला गत दिनों राजनांदगांव जिले के भ्रमण पर रही एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक सुझाव एवं निर्देश दिए। जिले में कोरोना पॉजिटीव मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन द्वारा 4 सितम्बर से 12 सितम्बर 2020 तक राजनांदगांव नगर निगम क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इस अवधि में कोरोना के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए आवश्यक व्यवस्था किए जाने के संबंध में मिशन संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने आवश्यक गतिविधियां किये जाने हेतु सुझाव देने जिले के विशेष दौरे पर आयी थी। डॉ. प्रियंका शुक्ला ने कोविड-19 के तहत प्रत्येक महत्वपूर्ण गतिविधियों के लिए विशेष प्रभारी बनाने एवं जिला स्तर पर एक रेपिड एक्शन टीम बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने होम आईसोलेशन में रहने वालों के स्वास्थ्य की स्थिति एवं उनके समस्या निराकरण के लिए कन्ट्रोल रूम में 24 ङ्ग 7 टेलीफोन नम्बर चालू के निर्देश दिए। इस हेतु कन्ट्रोल रूम के लिए 07744-224084 नंबर जारी किया गया है। साथ ही उन्होंने इस दौरान लोगों में जागरूकता एवं लगातार माईकिंग कराकर कोरोना लक्षण वाले लोगों को खुद सैम्पल देने प्रोत्साहित करने के लिए कहा। मास्क पहनना अनिवार्य किए जाने व सभी दुकानदारों को मास्क पहनकर व्यवसाय करने अपील कर प्रेरित करने के लिए कहा। उन्होंने जिले में डेडीकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने व कोविड केयर सेंटरों की संख्या बढ़ाकर आपातकालीन परिस्थितियों के लिए तैयार रहने निर्देश दिये। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने अवगत कराया कि जिले में पुन: कम्युनिटी सर्वे टीम के माध्यम से गृह भ्रमण कर कोरोना लक्षण वाले मरीजों की पहचान की जा रही हैं तथा आवश्यकतानुसार सैम्पल लिया जा रहा है। इस पर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने कहा कि कम्यूनिटी सर्विलेंस के दौरान घरों में डायबिटिज व हाईपरटेंशन अस्थमा व हृदय रोग की पहचान की जाए एवं 60 वर्ष से अधिक के ऐसे मरीजों का पल्स ऑक्सीमीटर से आक्सीजन चेक कर स्तर की जांच की जाए एवं आवश्यकतानुसार उपचार कराया जाए। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रति दिवस की प्रगति की मॉनिटरिेंग के लिए विशेष रिपोर्टिंग फार्मेट विकसित किया जाए एवं नियमित रिपोर्टिंग की जाये। डॉ. प्रियंका शुक्ला ने निर्देश दिये कि जिले में शत-प्रतिशत आईएलआई प्रकरणों की पहचान कर सैम्पल लिया जाए तथा होम आईसोलेशन में रह रहे पॉजिटिव मरीजों को प्रति दिवस फोन कर स्वास्थ्य की स्थिति से अवगत हुआ जाए। इसके कार्य के लिए डेंटल व आयुष डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 अंतर्गत कार्य करने वाले सभी स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक व अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रोफाईलेटिक दवा खिलाया जाना सुनिश्चत किया जाये एवं दवा खाने की सतत् मॉनिटरिेंग किया जाये। साथ ही सैंपल के लिए पीएचसी स्तर पर भी प्रशिक्षण देकर सैंपलिंग कराया जाना प्रारंभ किया जाए। प्रति दिवस पीपीई किट, दवा, टेस्टिंग किट आदि की उपलब्धता की समीक्षा कर आवश्यकतानुसार मांग की जाए। डॉ. प्रियंका शुक्ला ने आज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक उपरांत जिला कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा से मिलकर जिले में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रस्तावित गतिविधियों से अवगत कराया और राज्य स्तर से जिले को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम डॉ. गिरीश कुर्रे, क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. अल्पना लुनिया, जिला ऐपिडेमियोंलॉजिस्ट डॉ. प्रेरणा सहगल, जिला डाटा अधिकारी डॉ. अखिलेश चोपड़ा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री अनामिका विश्वास सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
Created On :   6 Oct 2020 1:42 PM IST