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राजनांदगांव : राजनांदगांव जिले में गोधन न्याय योजना के तहत हितग्राहियों को 13 लाख 97 हजार का भुगतान
डिजिटल डेस्क, राजनांदगांव। खाते में सीधे भुगतान प्राप्त होने पर हितग्राहियों में हर्ष व्याप्त 370 गौठान में 6989.61 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई राजनांदगांव 05 अगस्त 2020 छत्तीसगढ़ शासन की बहुआयामी योजना गोधन न्याय योजना के तहत आज जिले के हितग्राहियों के खाते में 13 लाख 97 हजार का भुगतान किया गया। जिले के हितग्राहियों को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा रायपुर मुख्यालय से वीसी के माध्यम से बटन दबाते ही संधारित बैंक खातों में सीधे भुगतान प्राप्त होने से हर्ष व्याप्त है। कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती तनुजा सलाम के मार्गदर्शन में जिले में गोधन न्याय योजना का सफल क्रियान्वयन किया गया। जिले के 9 विकासखंड में 370 पंजीकृत गोठान के अंतर्गत 1 अगस्त 2020 तक 5 हजार 989 हितग्राही पंजीयन का किया गया है। शासन के निर्देशानुसार जिले में स्थित गोठानों द्वारा कुल 6989.61 क्विंटल गोबर की खरीदी सुनिश्चित की गई है। जिला प्रशासन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राजनांदगांव तथा समस्त जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा योजना के वित्तीय क्रियान्वयन हेतु अधिकृत जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित राजनांदगांव तथा इसकी शाखाओं द्वारा समन्यवय स्थापित कर योजना के प्रथम चरण को पूर्ण कर 1 अगस्त 2020 की कुल खरीदी मात्रा 6989.61 क्विंटल के 13 लाख 97 हजार रूपए का भुगतान आज 5 अगस्त 2020 को मुख्यमंत्री श्री भुपेश बघेल द्वारा रायपुर मुख्यालय से व्ही.सी. के माध्यम से बटन दबाते ही कृषकों के खातों में राशि जमा हुई। उल्लेखनीय है कि बड़ी संख्या में कृषकों का खाता खोलना उनके खातों का सत्यापन करना तथा के.वाय.सी. पूर्ण कर खरीदी मात्रा की राशि का प्रबंधन निर्धारित अवधि में पूर्ण करना एक चुनौती भरा कार्य था। कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत तनुजा सलाम के कुशल मार्गदर्शन में यह कार्य पूर्ण किया गया। गोधन न्याय योजना अंतर्गत देश में पहली बार किसी राज्य सरकार द्वारा बहुआयामी योजना प्रारंभ की गई है। गोधन न्याय योजना अंतर्गत गोबर का संकलन कर निर्धारित गोठान में बिक्री होने से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में हितग्राहियों को आर्थिक लाभ होने के साथ ही संग्रहित गोबर को गौठान के माध्यम से कम्पोस्ट खाद (जैविक खाद) का निर्माण कर सहकारी बैंक की सहकारी समितियों के माध्यम से कृषकों को विक्रय किया जाएगा। इससे कृषि उत्पादन में रासायनिक खादों का प्रयोग भी कम होगा तथा पर्यावरण एवं स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
Created On :   6 Aug 2020 12:42 PM IST