अब तक नहीं आया धान का पैसा, पांच दिन बाद होना है बहन की शादी

Paddy money has not come yet, sisters marriage is to be held after five days
अब तक नहीं आया धान का पैसा, पांच दिन बाद होना है बहन की शादी
कटनी अब तक नहीं आया धान का पैसा, पांच दिन बाद होना है बहन की शादी

डिजिटल डेस्क  कटनी। धान खरीदी समाप्त हुए एक सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है पर जिले के सैकड़ों किसानों के खातों में अब तक रकम नहीं पहुंची है। जिनके खातों में राशि पहुंच भी गई है उन्हे भी नगदी के लिए जद्दोजहद करना पड़ रही है। बरही तहसील के करौंदीखुर्द के ऐसे भी किसान हैं जिन्होने 25 दिन पहले धान का विक्रय किया था पर अब तक उन्हे भुगतान नहीं हुआ है। ऐसे ही परेशान किसानों में युगल किशोर कुशवाहा हैं। पांच दिन बाद बहन की शादी है पर 3 जनवरी को बेची गई धान की रकम अब तक नहीं मिली। जिससे उन्हे अब यह चिंता सताने लगी है कि बहन के हाथ कैसे पीले करेंगे। युगलकिशोर के अनुसार रामसरोवर वेयर हाउस स्थित खरीदी केन्द्र में राधा स्वसहायता समूह को धान उपार्जन का कार्य मिला था। इसी केन्द्र में उन्होने तीन जनवरी को 18 क्विंटल धान का विक्रय किया था। जिसकी पावती भी खरीदी केन्द्र से दी गई थी। उक्त धान की राशि 34920 रुपये का भुगतान अब तक नहीं किया गया। पीडि़त किसान के अनुसार पांच दिन बाद घर में बहन की बारात आना है। पूरा परिवार इसी बात से परेशान है कि आखिर शादी की तैयारियां कैसे होंगी।
50 से अधिक किसान परेशान-
जानकारी के अनुसार रामसरोवर वेयर हाउस बरही  स्थित खरीदी केन्द्र करौंदीखुर्द में राधा स्वसहायता समूह ने 234 किसानों से 2134 मीट्रिक टन धान की खरीदी की थी। इसमें से 124 मीट्रिक टन धान अमानक होने पर रिजेक्ट कर दी गर्ई। उपार्जन के दौरान एक दर्जन किसानों ने एसडीएम विजयराघवगढ़ एवं तहसीलदार बरही से लिखित शिकायत कर आरोप लगाया था कि खरीदी केन्द्र में प्रति क्विंटल किसानों से 50 रुपये वसूल किए जा रहे है। इस शिकायत को अधिकारियों ने हासिए पर डाल दिया और अब किसान अपनी उपज के दाम पाने भटक रहे हैं।
अफसरों ने पल्ला झाड़ा-
लम्बे समय से धान का विक्रय करने वाले किसानों को भुगतान नहीं होने पर अधिकारी भी पल्ला झाड़ रहे हैं। नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक मधुर खर्द कहते हैं कि किसानों को धान का भुगतान कराना संबंधित सोसायटी की जिम्मेदारी है। यदि नान एफएक्यू धान की खरीदी की गई होगी, रिजेक्ट होने पर उसे मानक स्तर का बनाना खरीदी एजेंसी की जिम्मेदारी है। श्री खर्द मानते हैं कि नान एफएक्यू धान खरीदने के लिए एजेंसी जिम्मदार है ना कि किसान।

Created On :   28 Jan 2022 2:35 PM IST

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