- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- सिंगरौली
- /
- अफसर बनकर कलेक्ट्रेट में ठगी करने...
अफसर बनकर कलेक्ट्रेट में ठगी करने वाला मास्टरमांइड गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली (वैढन)। कभी कलेक्ट्रेट का अधिकारी तो कभी पुलिस अधिकारी बनकर ठगी करने वाले एक शातिर आरोपी को वैढऩ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ठगी के इस गोरखधंधे को अंजाम देने के लिये आरोपी अक्सर लोगों की मौत का सहारा लेता था। इसी के सहारे वह अपने ठगी का जाल बिछाया करता था और उसके इस जाल में फंसकर मृतकों के परिजन असानी से ठगी का शिकार हो जाया करते थे। गुरूवार को एसपी अभिजीत रंजन ने इस मामले का खुलासा एसपी ऑफिस में किया। उन्होंने बताया कि इस आरोपी ठग का नाम शेरअली पति बजीर 30 वर्ष निवासी ग्राम देवगवां थाना जियावन है।
पुलिस को भी ठगी का शिकार बनाया
आरोपी के इस गोरखधंधे का पर्दाफाश हाल ही में उसकी एक करतूत से हुआ। जिसमें उसने 11 अगस्त को ग्राम गिधेर निवासी शारदा प्रसाद यादव को ठगी के जाल में फंसाने के लिये उनकी मृत 8 वर्षीय पुत्री पूजा की मौत का सहारा लिया था और 28000 रूपये ठगने में सफल हो गया था। इसके बाद पीडि़त पक्ष अपनी शिकायत लेकर वैढऩ थाने पहुंचा। तब पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी और बुधवार को आरोपी को उसके गृह ग्राम से साइबर सेल की सहायता से गिरफ्तार कर लिया गया। गंभीर बात यह है कि आरोपी शेरअली द्वारा मात्र कलेक्ट्रेट का फर्जी अधिकारी बनकर ठगी की वारदातों को अंजाम नहीं दिया गया है। बल्कि वह अन्य कई लोगों को भी कभी कलेक्ट्रेट तो कभी पुलिस को फर्जी अधिकार बनकर ठगी का शिकार बनाया है। पुलिस की पूछतांछ में आरोपी शेरअली ने ऐसे कई वारदातों को अंजाम देना कबूला है और छानबीन में पुलिस ने उसके ऐसे अन्य दो मामलों को भी चिन्हित कर लिया है। वहीं उसका एक अन्य साथी भी इन वारदातों में शामिल बताया जाता है जो कि फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।चितरंगी निवासी राजबहोर पिता रामचरित्र पनिका 46 वर्ष के पुत्र सरोज की मौत सागर जिले में रोड एक्सीडेंट दौरान हो गई थी। आरोपी शेरअली द्वारा रामबहोर को फोन करके कहा गया कि उसके पुत्र की मौत का मुआवजा 550000 रूपये का चेक आया है। यहां भी आरोपी द्वारा 31185 रूपये की डिमांड डीडी के नाम पर की गई और अंत में उसने रामबहोर से 31400 रूपये ठग लिया। इस ठगी को भी आरोपी ने कलेक्ट्रेट में ही अंजाम दिया।
Created On :   23 Aug 2019 2:30 PM IST