लोकसेवक एप पर लग सकता है लॉक, ऑपरेटर ने रखी दस गुना भुगतान की डिमांड

Lok sevak app will be stop, developer demanded extra money,
 लोकसेवक एप पर लग सकता है लॉक, ऑपरेटर ने रखी दस गुना भुगतान की डिमांड
 लोकसेवक एप पर लग सकता है लॉक, ऑपरेटर ने रखी दस गुना भुगतान की डिमांड

डिजिटल डेस्क,कटनी। शासकीय अधिकारी/ कर्मचारियों की हाजिरी के लिए तत्कालीन कलेक्टर विशेष गढ़पाले द्वारा शुरू किए गए लोकसेवक एप पर लॉक लगने की नौबत आ गई है। इसका कारण इस एप को  डेवलप करने वाले ऑपरेटर ने दस गुना पेमेंट की डिमांड की है। जिला प्रशासन एक साथ दस  गुना ज्यादा राशि का भुगतान करने तैयार नहीं है। जिले के विभिन्न विभागों के लगभग सात हजार अधिकारी/ कर्मचारियों द्वारा लोकसेवक एप से हाजिरी लगाई जा रही है। उस समय कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने स्वयं की हाजिरी लगाकर इसकी शुरूआत की थी। उनके स्थानांतरण के बाद कलेक्टर के.वी.एस.चौधरी ने इसे  जारी रखा। वैसे तो इस एप से हाजिरी अभी भी लग रही है लेकिन तब श्री गढ़पाले स्वयं इसकी मानीटरिंग करते थे। ई-गवर्नेंस के जिला प्रबंधक सौरभ नामदेव ने बताया कि लोकसेवक एप में जैसे ही कर्मचारी लॉगआन करके हाजिरी लगाएगा लोकेशन एवं टाइम दर्ज हो जाएगा। जिससे कर्मचारी समय पर कार्य स्थल पहुंचते हैं। यदि कोई अधिकारी/ कर्मचारी फील्ड में है तो उसकी भी लोकेशन दर्ज हो जाती है। जिले के कर्मचारियों ने लोकसेवक एप का काफी विरोध किया था और मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया था लेकिन कर्मचारियों को वहां से भी राहत नहीं मिली थी।

इसलिए आया संकट
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोकसेवक एप ब्रेन वेयर कंपनी ने डेवलप किया है। कटनी जिले में इस कंपनी को 12 हजार रुपये प्रतिमाह भुगतान किया जाता है। खंडवा में कलेक्टर रहते विशेष गढ़पाल ने इसी कंपनी को वहां भी लोकसेवक एप का काम सौंप दिया। खंडवा में ब्रेन वेयर को दस लाख रुपये सालाना शुल्क पर यह काम दे दिया गया। बताया जाता है कि कंपनी ने उतनी ही राशि की मांग यहां के प्रशासन से की है। बताया जाता है कि जिला प्रशासन एक साथ आठ गुना ज्यादा राशि का भुगतान करने तैयार नहीं है। कर्मचारियों की इस सिस्टम से नाराजी पूर्व से ही है यदि ऐसे में एप बंद होता है तो फिर उनकी बल्ले बल्ले है।

Created On :   11 Jun 2019 1:52 PM IST

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