जिले के 27 स्कूलों की सूची, 3 में हुआ काम, उसमें भी पेयजल की परेशानी

List of 27 schools in the district, work done in 3, problem of drinking water in that too
जिले के 27 स्कूलों की सूची, 3 में हुआ काम, उसमें भी पेयजल की परेशानी
कटनी जिले के 27 स्कूलों की सूची, 3 में हुआ काम, उसमें भी पेयजल की परेशानी

 डिजिटल डेस्क, कटनी जलजीवन मिशन के तहत शासकीय हाई और हायर सेकेण्ड्री स्कूलों में पीएचई विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल शिक्षा विभाग ने पेयजल की आवश्यकता के संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को 27 स्कूलों को सूची सौंपी थी। इसमें से अभी तक महज 3 स्कूलों में ही इस योजना के तहत काम हुआ है, लेकिन अफसरों और ठेकेदारों ने कागजों में इस तरह का काम किया कि वहां पर पुरानी व्यवस्था भी चौपट भी हो गई। जिसके चलते 2 हजार से अधिक बच्चों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। कलेक्टर भी टीएल की मीटिंग में पीएचई के अफसरों को इस लापरवाही पर फटकार भी लगा चुके हैं। इसके बावजूद तीन माह के अंतराल में जिम्मेदार स्कूलों की सुध नहीं ले रहे हैं।
पांच सौ मीटर दूर हैण्डपम्प का सहारा
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय देवरी हटाई में 417 विद्यार्थी अध्यनरत हैं। प्राचार्य ने इस संबंध में तीन माह पहले पीएचई के कार्यपालन यंत्री को पत्र लिखा था। पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया था कि स्कूल में पेयजल व्यवस्था नहीं है। विद्यालय में अध्यनरत बच्चों के लिए 500 मीटर दूर गांव के हैंडपंप से पानी लाकर काम चलाया जाता है। यहां पर शीघ्र ही पेयजल की व्यवस्था की जाए। इसके बावजूद पीएचई ने 3 माह गुजरने के बाद किसी तरह से कार्रवाई नहीं की। गर्मी का समय नजदीक है। ऐसे में पेयजल की परेशानी को लेकर शिक्षक चिंतित दिखाई दे रहे हैं।
सबमर्सिबल पंप से हैंडपंप बंद
शासकीय हाई स्कूल कटंगीकला स्कूल में करीब 250 विद्यार्थी अध्यनरत हैं। जलजीवन मिशन के तहत यहां पर नलकूप खनन किया गया। इसके पश्चात पंप भी डाला गया, लेकिन वह पंप 24 घंटे में ही जाम हो गया। इस संबंध में प्राचार्य ने कई बार इसकी शिकायत पीएचई के अधिकारियों से की है। वर्तमान समय में यहां पर पेयजल व्यवस्था की कमी बनी हुई है।
सूख चुका है बडख़ेरा का पुराना वोरवेल
लापरवाही का यह आलम बहोरीबंद के बडख़ेरा हाई स्कूल में भी है। यहां पर 300 अध्यनरत बच्चे पेयजल की सुविधा से वंचित हैं। यहां पर जो पुराना वोरवेल किया गया था उसकी गहराई महज 30 फिट थी। वर्तमान समय में वह बोर सूख चुका है। जिसके चलते स्टॉफ और बच्चों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
सब ठीक तो सप्लाई हीं नहीं चालू
शहर के समीप जुहिली हाईस्कूल में जलजीवन मिशन के तहत पीएचई ने पम्प स्थापित कर दिया है। इसके बावजूद पेयजल की व्यवस्था अभी तक नहीं हुई है। लापरवाही का आलम यह है कि इस संबंध में शिक्षा विभाग और प्रचार्य कई बार पीएचई विभाग को पत्र भी लिख चुके हैं।

Created On :   8 Feb 2022 2:08 PM IST

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