कोरबा : सरकार के दो साल पूरे, प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने गिनाई उपलब्धियां
डिजिटल डेस्क, कोरबा। जिला पंचायत सभाकक्ष में हुई प्रेस वार्ता कोरबा 16 दिसम्बर 2020 एक दिन बाद छत्तीसगढ़ में 17 दिसंबर को भूपेश सरकार के दो साल पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री डॅा. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने प्रेस वार्ता आयोजित कर दो सालों में राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाई। डॅा. टेकाम ने कहा कि सरकार ने पिछले दो सालों में गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ लक्ष्य को लेकर सभी वर्गों के विकास के लिए अनेकों योजनाएं और कार्यक्रम संचालित किये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों से लेकर महिलाओं, बुजुर्गों, वनवासियों, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के निवासियों, सभी की बेहतरी के लिए कोविड काल में भी परिणाम देने वाला काम किया है। वैश्विक महामारी के दौर में जहां पूरा विश्व मंदी से जूझ रहा था, छत्तीसगढ़ में सरकार की गांवों और स्थानीय संसाधनों पर आधारित योजनाओं ने मंदी को राज्य में भटकने भी नहीं दिया। मनरेगा के तहत रोजगार के अवसर बढ़े, लोगों को रोजगार मिला, वनोपजों के संग्रहण की दर बढ़ाकर वनवासियों को फायदा पहुंचाया गया तो गोठानों की स्थापना कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दी गई। वादे पूरे करने वाली सरकार- प्रभारी मंत्री ने प्रेस और मीडिया के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने जो वादे चुनाव के समय प्रदेश की जनता से किये थे उनमें से अधिकांश वादे पूरे कर दिए गये हैं। सत्ता संभालते ही प्रदेश के 18 लाख किसानों का नौ हजार करोड़ रूपये का अल्पकालीन कृषि ऋण माफ किया गया है। कोरबा जिले में सरकार की कृषि ऋण माफी योजना से 23 हजार किसान लाभान्वित हुए हैं और उनका 118 करोड़ रूपये का कृषि ऋण माफ हो गया है। डॉ. टेकाम ने कहा कि सरकार ने किसानों को एक क्विंटल धान के लिए 25 सौ रूपये मूल्य देने का वादा किया था तो समर्थन मूल्य को छोड़कर राज्य सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रदेश के 19 लाख किसानों को चार किश्तों में पांच हजार 750 करोड़ रूपये की सहायता उपलब्ध कराई है। जिसकी तीन किश्तें चार हजार पांच सौ करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है। चौथी किश्त मार्च महिने में मिलेगी। डॅा. टेकाम ने बताया कि कोरबा जिले में 23 हजार 832 किसानों को 67 करोड़ 62 लाख रूपये की राशि इस योजना के तहत मंजूर हुई है। कोरबा जिले के इन किसानों को तीन किश्तों में 53 करोड़ 25 लाख रूपये सीधे बैंक खाते में जमा करा दिया गया है। दो रूपये किलो में गोबर खरीदने वाली देश की पहली सरकार- डॅा. टेकाम ने प्रेस वार्ता में बताया कि छत्तीसगढ़ में लागू गौधन न्याय योजना से प्रदेश के एक लाख 36 हजार गोबर विक्रेता लाभान्वित हो रहे हैं। दो रूपये किलो में गोबर खरीदने वाली यह पहली सरकार है। जिसने गोबर विक्रेताओं से अब तक 59 करोड़ रूपये का गोबर खरीद लिया है और उससे वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाई जा रही है। डॉ. टेकाम ने कहा कि इस योजना से जैविक खेती को बढ़ावा मिला है। पशुओं की देखभाल के साथ-साथ खेतों में लगी फसलों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हुई है। उन्होंने बताया कि कोरबा जिले में अब तक 12 हजार गोबर विक्रेताओं से 97 हजार क्विंटल से अधिक गोबर की खरीदी की जा चुकी है और इसके लिए उन्हें एक करोड़ 95 लाख रूपये से अधिक का भुगतान भी किया जा चुका है। छत्तीसगढ़ के चार चिन्हांरी नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी, एला बचाना हे संगवारी- डॉ. टेकाम ने प्रेस वार्ता में कहा कि पुराने समय से नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी छत्तीसगढ़ की पहचान रहे हैं। पिछली सरकारों के दौरान इनके विकास और संरक्षण पर उदासीनता दिखाई गई। कांग्रेस की भूपेश सरकार ने इन चारों पहचानों को बचाने की ठानी और इनके विकास के लिए योजना बनाई। आज छत्तीसगढ़ प्रदेश में 6430 गोठानों को मंजूरी दे दी गई है और उनमें से 4487 गोठान बन भी गये हैं। प्रभारी मंत्री ने बताया कि कोरबा जिले में 356 गोठान मंजूर हुए हैं। 224 गोठान पूरे हो गये हैं और 132 गोठानों का काम तेजी से जारी है। डॉ. टेकाम ने कहा कि गोठानों को ग्रामीण आजीविका और अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए मल्टी एक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। गोठान समितियों और महिला स्वसहायता समूहों की महिलाओं को विभिन्न प्रकार के कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जा रहा है। गोठानों में जैविक खाद और वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन तेजी से किया जा रहा है। कोरबा जिले में पहले चरण में 74 गोठानों में महिला स्वसहायता समूहों ने 112 टन वर्मी खाद बनाकर विभिन्न शासकीय विभागों को बेचा है। जिससे उन्हे लगभग 11 लाख रूपये की आमदनी हुई है।
Created On :   17 Dec 2020 1:33 PM IST