शाम को पहुंचाएं तीन ट्रांसफार्मर, कम क्षमता के होने से नहीं माने लोग

Deliver three transformers in the evening, people do not agree due to low capacity
शाम को पहुंचाएं तीन ट्रांसफार्मर, कम क्षमता के होने से नहीं माने लोग
बंद पड़े ट्रांसफार्मर से भडक़े लोग, शाम तक चला धरना शाम को पहुंचाएं तीन ट्रांसफार्मर, कम क्षमता के होने से नहीं माने लोग

डिजिटल डेस्क,कटनी। नगर परिषद बरही के छिंदियाटोला में बंद पड़े आधा दर्जन ट्रांसफार्मर जब दो माह में नहीं बदले गए तब लोगों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गुरुवार को बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों ने सहायक अभियंता कार्यालय पहुंचकर धरना दे दिया। यह धरना देर शाम तक चलता रहा है। लोगों ने एमपीईबी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस प्रदर्शन ने विद्युत मंडल के अधिकारियों के भी कान खड़े कर दिए और जो अधिकारी दो माह से ट्रांसफार्मर नहीं होने की रट लगाए थे, आनन-फानन में शाम को 25 केव्ही क्षमता के तीन नए ट्रांसफार्मर बरही पहुंचाए। आंदोलनकारी इस पर भी संतुष्ट नहीं थे, उनकी मांग थी कि 65 एवं 100 केव्ही क्षमता के लिए ट्रांसफार्मर लगाए जाएं। जिससे शाम तक असमंजस की स्थिति बनी रही।

सत्ताधारी दल के पार्षदों ने खोला मोर्चा

छिंदियाटोला में चार वार्ड हैं। छह ट्रांसफार्मर बंद होने से वार्ड नंबर 12,13,14,15 के लोग दो माह से अंधेरे में जीवन यापन कर रहे हैं। नगर परिषद चुनाव के दौरान प्रत्याशियों को लोगों के उलाहने भी सुनने पड़े थे। यही कारण है कि ट्रांसफार्मर की समस्या को लेकर सत्ताधारी दल के पार्षदों को भी धरना देने विवश होना पड़ा। वार्ड नंबर 14 के निर्दलीय पार्षद संतोष द्विवेदी सहित वार्ड नंबर 13 की पार्षद ऊषा सोनी पति सरमन सोनी एवं वार्ड नंबर 15 के भाजपा पार्षद इकबाल पवार भी धरना में शामिल हुई। थाना परिसर में हुई शांति समिति की बैठक में भी बिगड़े पड़े ट्रांसफार्मन का मुद्दा छाया रहा।

लोगों का कहना था कि विद्युत मंडल द्वारा केवल अनाप-शनाप बिल वसूल करने में जोर दिया जाता है। यदि समय पर बिगड़े ट्रांसफार्मर नहीं बदल सकते तो पूरी बस्ती से खम्भे और तार निकाल लें। आंदोलनकारियों को मनाने पहुंचे अधिकारी कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मर लाने पर लोग और भडक़ उठे। सहायक यंत्री कार्यालय के सामने धरना दे रहे लोगों को मनाने तहसीलदार जितेन्द्र पटेल, सहायक यंत्री चंचल गुप्ता, टीआई सुधाकर बारस्कर भी पहुंचे। अधिकारी लोगों को समझाइश देते रहे लेकिन दो माह से बिजली संकट का सामना कर रहे लोगों के सवालों का जवाब देने में अधिकारियों का भी पसीना आ रहा था।

 

Created On :   5 Aug 2022 2:00 PM IST

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