रिटायरमेंट के बाद अलग हो गए थे दंपत्ति, लोक अदालत में हुई सुलह

Cov khub niam txiv sib cais tom qab so haujlwm, sib haum xeeb hauv Lok Adalat
रिटायरमेंट के बाद अलग हो गए थे दंपत्ति, लोक अदालत में हुई सुलह
कटनी रिटायरमेंट के बाद अलग हो गए थे दंपत्ति, लोक अदालत में हुई सुलह

डिजिटल डेस्क, कटनी । पारिवारिक विवाद का अनूठा मामला शनिवार को जिला सत्र न्यायालय परिसर के कुटुंब न्यायालय में आया, जब उस उम्र में पति-पत्नी एक-दूसरे का साथ छोड़ते हुए तीन वर्ष से अलग-अलग रह रहे थे। अधिवक्ता माया सिंह की काउंसलिंग दोनों के इस तरह से काम आई कि यहां पर से हीरालाल विश्वकर्मा और उनकी पत्नी हंसते मुस्कराते हुए अपने बच्चे के साथ निकले। इस दौरान कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रविन्द्र सिंह ने दोनों को कहा कि अब साथ-साथ खुशी से परिवार के साथ दोनों जीवन यापन करें। यहां पर 40 से अधिक प्रकरणों में आपसी सुलह हुआ। लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार अग्रवाल ने किया। इसके बाद स्वयं ही सभी खण्डपीठों में पहुंचकर पक्षकारों को समझाईश दिए। सुबह साढ़े 10 बजे शाम साढ़े 5 बजे तक पक्षकारों की भीड़ लगी रही। 23 खंडपीठों में 3 हजार 549 पक्षकारों को राहत मिली। 2 करोड़ 49 लाख रुपए की राशि अवार्ड की गई।
डीजे के समझाते ही निकल पड़े आंसू
जिला प्रधान सत्र न्यायाधीश अनिल अग्रवाल कुटुंब न्यायालय पहुंचे। यहां पर भगवानदास पटेल और उनकी पत्नी छोटी बाई के बीच सुलह चल रहा था। प्रधान सत्र न्यायाधीश के समझाते ही महिला की आंखों से आंसू निकल पड़े। न्यायाधीश ने भरोसा दिलाया कि कानून सभी के साथ है। डीजे के सामने ही पति-पत्नी एक दूसरे को माला पहनाते हुए यहां से खुशी-खुशी निकले। इस दौरान कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश, अधिवक्ता संघ के जिलाध्यक्ष अमित शुक्ला, खंडपीठ सदस्य एस.एस. चौहान, अधिवक्ता श्रीमती रेखा अंजु तिवारी, मुकेश द्विवेदी के साथ अन्य लोग शामिल रहे। न्यायालय को पति ने भरोसा दिलाया कि वह अपनी पत्नी को खुश रखेगा। पत्नी ने भी कहा कि वह पति के साथ सुख-दुख में शामिल रहेगी।
इन मामलों में हुआ आपसी समझौता
लोक अदालत में प्री-लिटिगेशन, बिजली, आपराधिक, मोटर दुर्घटना दावा, वैवाहिक समेत पक्षकारों के आपसी राजीनामे से प्रकरणों का निराकरण किया गया।  कुल 23 खण्डपीठों का गठन किया था। लोक अदालत में प्रीलिटिगेशन के 6652 प्रकरण रैफ र्ड किए गए एवं न्यायालय के 3528 प्रकरणों को रैफ र किया गया। प्री-लिटिगेशन में 2170 प्रकरण निपटे जिससे 2170 लोग लाभान्वित हुए एवं इन प्रकरणों में 6020327 रुपए की राशि अवार्ड की गई। इसी अनुक्रम में न्यायालय में लंबित प्रकरणों में 987 प्रकरण निपटाये गए जिससे 1379 लोग लाभांवित हुए एवं जिसमें राशि रूपए 14472200 अवार्ड की गई। इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव दिनेश कुमार नोटिया के साथ अन्य न्यायालीन अधिकारी और कर्मचारी के साथ अधिवक्ता उपस्थित रहे।

Created On :   14 Aug 2022 4:23 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story