बबाल : आधी रात को विवादित जर्जर मकान ध्वस्त

Babal: Disputed dilapidated house demolished at midnight
बबाल : आधी रात को विवादित जर्जर मकान ध्वस्त
कटनी बबाल : आधी रात को विवादित जर्जर मकान ध्वस्त

डिजिटल डेस्क,कटनी। रघुनाथ गंज वार्ड स्थित घंटाघर के सामने जिस जर्जर भवन को हटाने या फिर तोडऩे की कार्यवाही नगर निगम द्वारा 5 वर्ष से की रही थी, उसी मकान को गुरुवार-शुक्रवार आधी रात मशीनरी से जमींदोज कर दिया। सुबह होने के बाद जमकर बवाल मचा। किराएदार ने आरोप लगाया कि मकान मालिक के.के. अग्रवाल ने लकी सचदेवा, बाबी सचेदवा, और कय्यूम के साथ मिलकर मकान ध्वस्त कर दिया।

किराएदार मुरलीधर गंगवानी की शिकायत पर कोतवाली में थाना में चार आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया। जिसमें कय्यूम और लकी सचदेवा की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। शहर के बीचों-बीच इस तरह के दु:साहस पर अधिकारियों के भी कान खड़े हो गए। मकान मालिक और किराएदार के बीच भवन खाली कराने कई वर्षों से विवाद चल रहा था।

नगरनिगम में नोटिस का खेल

खस्ताहाल भवन से जब भवन मालिक रश्मि अग्रवाल और किराएदार मुरलीधर गंगवानी नहीं हटे, तब नगर निगम तोडऩे की कार्यवाही की तरफ आगे बढ़ा। किसी तरह की कार्यवाही होती कि कोरोना संक्रमण काल में भवन मालिकों को रियायत दे दी गई। कोरोना का संक्रमण कम हुआ तो फिर से तोडऩे के संबंध में कार्यवाही हुई, लेकिन यहां पर भी नगर निगम का अमला नोटिस-नोटिस का खेल खेलता रहा।

जून 2018 में पहला पत्र

नगर निगम ने जब खस्ताहाल भवनों का सर्वे कराया तो पाया कि यह भवन पूरी तरह से जर्जर है। जिससे यहां  से गुजरने वाले और इनमें रहने वालों को खतरा है। भवन शाखा के ईई द्वारा सबसे पहले 17 जून 2018 को पत्र जारी किया गया था। जिसमें भवन मालिक और किराएदार को कहा गया था कि उक्त भवन जर्जर हालत में है। जिसके गिरने की आशंका है। यदि भवन गिरता है तो इससे जन और धन की हानि हो सकती है। इसलिए वे स्वत: ही भवन को हटाने की कार्यवाही करें।

दोनों के बीच जंग

यह भवन कई वर्षों से विवादित रहा। जिसमें रश्मि अग्रवाल पति के.के. अग्रवाल और किराएदार गंगवानी ट्रेडर्स के मुरलीधर के बीच विवाद चल रहा था। जिसमें मकान मालिक अपने भवन को खाली करने की बात मुरलीधर से कह चुका था। इसके बावजूद मुरलीधर मकान खाली नहीं कर रहा था। इसी विवाद को लेकर किराएदार ने न्यायालय की शरण ली थी। इसी बीच नगर निगम के द्वारा उक्त भवन को कंडम घोषित किया गया था। इसके बावजूद किरायेदार हटने का नाम नहीं ले रहा था।

इनका कहना है

घंटाघर के समीप किराएदार को खाली कराने के उद्देश्य से भवन मालिक के.के.अग्रवाल ने अपने तीन अन्य साथियों की मदद से उक्त भवन को गिराया है। शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में चार लोगों के विरुद्ध धारा 294,323, 452, 427, 34 के तहत मामला कायम करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। जांच जारी है। आगामी समय में जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसके अनुसार आगे की कार्यवाही होगी।
-अजय बहादुर सिंह, थाना प्रभारी कोतवाली
 

Created On :   10 Dec 2022 2:17 PM IST

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