कटनी: कटनी जिले में लगातार हो रहीं वारदातें, सरगना तक नहीं पहुंच पाती पुलिस

कटनी जिले में लगातार हो रहीं वारदातें, सरगना तक नहीं पहुंच पाती पुलिस
जनता की कमाई लूट फरार हो जाती चिटफंड कंपनियां, इधर खाकी हो रही नाकाम

डिजिटल डेस्क,कटनी।

चिटफंड कंपनियां जिले की जनता के खून पसीने की कमाई लूटकर फरार हो जाती हैं। वहीं दूसरी ओर पुलिस इन कंपनियों पर नकेल कसना तो दूर, इनके कर्ताधर्ताओं तक भी नहीं पहुंच पाती। शिकायत के बाद भी कागजी खानापूर्ति का खेल ऐसा शुरू होता है कि ठगे गए लोग खुद को ही सबसे बड़ा दोषी मानने लगते हैं और चुप्पी साधकर बैठ जाते हैं। आलम ये है कि अधिकतर मामले में पुलिस रिकवरी तक नहीं कर पाई है। जिसके चलते साफ है कि चिटफंड कंपनियों के आगे पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। गत शुक्रवार को भी इसी तरह के एक मामले की शिकायत लेकर सैकड़ों लोग एसपी कार्यालय पहुंचे थे। जिसके बाद पुन: चिटफंड का खेल सुर्खियों में है।

दद्दाधाम कॉलोनी के रहवासी हुए शिकार

इससे पहले गत 22 अगस्त को दद्दाधाम कॉलोनी निवासी अमूल्य पाठक ने शिकायत की थी कि कॉलोनी में ही रहने वाले विवेक सिंह बघेल और उसके पिता जागवेंद्र बघेल ने मार्च 2022 में उसे बताया कि उन्होंने स्वयं की ब्लू बर्ड्स इंडिया ग्लोबल ट्रेडिंग कंपनी बनाई। इसमें निवेश करने पर अच्छा मुनाफा हो रहा है। निवेश किए गए रुपयों में 15 फीसद हर महीने मुनाफा होने की बात कही गई। मुनाफे के झांसे में आकर उसने 4 लाख 97 हजार रुपये जमा कर दिए। मदुल विश्वकर्मा ने 15 फीसद मुनाफे के लालच में 56 लाख रुपये, विपुल विश्वकर्मा ने 40 लाख रुपये निवेश किए। इसके अलावा भी 15 से 17 लोग हैं जिन्होंने रुपये निवेश किए। इस तरह करीब 6 करोड़ रुपये की ठगी की गई। ब्लूवर्ड इंडिया ग्लोबल ट्रेडिंग प्राइवेट कंपनी बनाकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने के आरोपियों को तो पुलिस ने जेल भेज दिया लेकिन जिन लोगों ने यहां पर अपनी जमापूंजी जमा की। उनके हाल बेहाल हैं।

फरवरी में भी धोखाधड़ी आ चुकी है सामने

22 फरवरी को हुई इस वारदात में पुलिस ने पांच लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें मुख्य आरोपी सहित दो आरोपी फरार हैं। चिटफंड कंपनी मामले में मुख्य सरगना विश्वजीत अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस विभिन्न स्थानों में दबिश दी गई लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। मामले में कुठला पुलिस द्वारा एएसईसी इनवेस्टमेंट ग्रुप कंपनी पर कार्रवाई की गई थी। कुठला पुलिस से 24 से 28 से अधिक निवेशकों द्वारा कुल करीब 36 लाख रुपये से अधिक की रकम निवेश किए जाने की जानकारी दी थी। पुलिस ने मामले में पांच आरोपी बनाए थे पुलिस वारदात के सहयोगियों को की गिरफ्तार कर सकी थी। मामले में धर्मराज सिंह (22) साल निवासी ग्राम निटर्रा थाना रीठी व ओंकार सिंह सेंगर (23) निवासी ग्राम निटर्रा थाना रीठी को गिरफ्तार कर लिया गया था। अभी एएसईसी इनवेस्टमेंट ग्रुप कंपनी के संचालक विश्वजीत सिंह (36), पप्पू सिंह निवासी ग्राम भुड़सा, अभिषेक तिवारी निवासी सभागंज जिला सतना फरार हो गए थे।

बरही में भी हुआ था खेल

7 मई एक कॉपरेटिव कंपनी के विरुद्ध बरही निवासी आनंद सिंह ने मामले की शिकायत दर्ज करवाई थी। इसमें नगर के कई लोगों से लाखों रुपये लेकर फरार हुए आरोपी सीता राम कचेर और राजेश पांडेय को बरही पुलिस नहीं ढूंढ़ पाई। इस तरह जिन भोलेभाले नागरिकों ने बड़े विश्वास के साथ अधिक ब्याज के लालच में अपनी पूंजी जमा की थी। वह डूब गई।

इनका कहना है

इस तरह की वारदात हुईं उन्हें पकडऩे की कोशिश की जाती है। मुख्य मुद्दा रिकवरी का होता है। पुलिस पूरा प्रयास करती है कि रिकवरी हो।

- अभिजीत रंजन, एसपी कटनी

Created On :   6 Oct 2023 6:45 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story