टिकट के दावेदारों की गहराई नाप गए कांग्रेस पर्यवेक्षक

टिकट के दावेदारों की गहराई नाप गए कांग्रेस पर्यवेक्षक

डिजिटल डेस्क, कटनी। विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में रायशुमारी का शुरू हो चुकी है। टिकट के दावेदार बायोडाटा बना कर जहां-तहां पहुंचा रहे हैं। मुड़वारा सीट से टिकट के लिए रायशुमारी करने पिछले दिनों पर्यवेक्षक कुलदीप सिंह राठौर (हिमाचल प्रदेश के विधायक) आए। उनसे करीब दर्जन भर दावेदार मिले और अपना बायोडाटा सौंपा। इस दौरान हर दावेदार स्वयं को श्रेष्ठ साबित करने पर्यवेक्षक के सामने दूसरे दावेदारों का कच्चा चिट्ठा खोलने लगे। इस पर राठौर ने यह कहते हुए सबकी जुबान बंद कर दी कि सभी की कुंडली पहले से ही मेरे पास है। उन्होंने दो टूक कहा, टिकट सर्वे के आधार पर ही मिलेगा। यहां का मामजरा देख पर्यवेक्षक राठौर भी समझ गए होंगे कि मुड़वारा में जीत हासिल करना कदरन मुश्किल भरा काम रहेगा। क्योंकि यहां जिसका भी टिकट फाइनल होगा, उसे भाजपा से पहले पार्टी के भीतर ही चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। अब देखना यह है कि मुड़वारा में 20 साल से सूखा झेल रही कांग्रेस के लिए, पर्यवेक्षक राठौर कौन सा विजयी प्रत्याशी खोज कर मैदान में उतारते हैं।

तीसरी पारी सब पर भारी

मुड़वारा विधायक संदीप जायसवाल की तीसरी पारी की दावेदारी ने कई नेताओं के राजनीतिक कॅरियर को संकट में डाल दिया है। वैसे तो यहां से करीब एक दर्जन नेता टिकट के लिए जोर लगा रहे हैं ऐसे में यदि तीसरी बार भी पार्टी विधायक जायसवाल को मौका देती है तो उनके सामने पहली चुनौती पार्टी के भीतर तालमेल बैठाने की होगी। पार्टी से बाहर चल रहे एक पूर्व विधायक सार्वजनिक रूप से विकास का चि_ा खोल रहे हैं तो दूसरे पूर्व विधायक सोशल मीडिया में पार्टी के खिलाफ खुलकर टिप्पणी कर रहे हैं। इधर अपनी उपेक्षा की बात कहकर पार्टी हाईकमान को अलर्ट मोड पर ला चुुकीं पूर्व मंत्री ने भले ही कदम पीछे खींच लिए हैं, पर टीस अब भी कायम है।

संजीवनी या कलह

भाजपा के दो नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर राजनीतिक हल्कों में बहस शुरू हो गई है। विजयराघवगढ़ के पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप और बहोरीबंद के भाजपा के ओबीसी नेता शंकर महतो कांग्रेस के लिए कितने फायदेमंद साबित होंगे यह तो भविष्य के गर्त में है लेकिन फिलहाल टिकट के दावेदारों के बीच ही कलह शुरू हो गई है। विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में तो एक गुट ने पुराने कांग्रेसियों के पक्ष में खुलकर कै पेन शुरू कर दिया है तो बहोरीबंद में ओाबीसी को अवसर दिए जाने की मांग के बीच बाहरी का विरोध शुरू हो गया है।

सपा में इस्तीफों की झड़ी-

जिले में समाजवादी पार्टी का भले ही कोई खास वजूद नहीं है लेकिन पदों को लेकर यहां भी खींचतान मची है। बिना किसी सूचना के जिलाध्यक्ष पी.एल.त्रिपाठी को हटाया तो पार्टी से इस्तीफों की झड़ी लग गई। प्रदेश प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह, रविशंकर बाजपेयी, विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयुक्त सचिव राजकुमार बख्शी सहित 150 लोगों ने पार्टी को बॉय-बॉय कह दिया।

Created On :   1 July 2023 10:24 PM IST

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