एजीआर भुगतान में टेलीकॉम कंपनियों को मिलेगी राहत

- एजीआर भुगतान में टेलीकॉम कंपनियों को मिलेगी राहत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) भुगतान में छूट के साथ दूरसंचार राहत पैकेज को मंजूरी दी। जानकार लोगों के मुताबिक, कैबिनेट ने एजीआर बकाया के लिए चार साल की मोहलत को मंजूरी दे दी है। यह कदम तनावग्रस्त वोडाफोन आइडिया के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होगा। राहत पैकेज की उम्मीद में वोडाफोन आइडिया के शेयरों में 2 फीसदी से अधिक की तेजी आई, जबकि भारती एयरटेल के शेयरों में 5 फीसदी से अधिक की तेजी आई। वोडाफोन आइडिया के बंद होने पर भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में संभावित एकाधिकार की चिंताओं के बीच सरकार इस क्षेत्र के लिए एक पैकेज के लिए बैंकों सहित कई हितधारकों के साथ बातचीत कर रही है।
इससे पहले महीने में वोडाफोन आइडिया के पूर्व चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी। 1 सितंबर को हुई बैठक के दौरान बिड़ला और वैष्णव ने सेक्टर के स्वास्थ्य और सरकारी हस्तक्षेप की तत्काल आवश्यकता के बारे में चर्चा की थी। 4 अगस्त को, वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने बोर्ड के गैर-कार्यकारी निदेशक और गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ने के लिए बिड़ला के अनुरोध को स्वीकार कर लिया। अध्यक्ष के रूप में बिड़ला के इस्तीफे से कुछ दिन पहले, यह सार्वजनिक हो गया था कि उन्होंने सरकार को लिखा था कि वह कंपनी को चालू रखने के लिए कर्ज में डूबी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी सरकारी संस्थाओं को सौंपने के लिए तैयार हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को दूरसंचार क्षेत्र में कई संरचनात्मक और प्रक्रिया सुधारों को मंजूरी दी। इन सुधारों से रोजगार के अवसरों की रक्षा और सृजन की, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने की, उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने की, तरलता बढ़ाने की, निवेश को प्रोत्साहित करने की और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) पर नियामक बोझ को कम करने की अपेक्षा है। कोविड-19 की चुनौतियों का सामना करने में दूरसंचार क्षेत्र के उत्कृष्ट प्रदर्शन, डेटा की खपत में भारी वृद्धि, ऑनलाइन शिक्षा, घर से काम, सोशल मीडिया के माध्यम से पारस्परिक संपर्क, आभासी बैठक आदि की पृष्ठभूमि में ये सुधारात्मक उपाय ब्रॉडबैंड और दूरसंचार कनेक्टिविटी के प्रसार और पैठ को और प्रोत्साहित करेंगे। कैबिनेट का यह फैसला प्रतिस्पर्धा और ग्राहकों की पसंद, समावेशी विकास के लिए अंत्योदय, हाशिए के क्षेत्रों को मुख्यधारा में लाने और असम्बद्धों को जोड़ने के लिए सार्वभौमिक ब्रॉडबैंड की पहुंच के साथ एक मजबूत दूरसंचार क्षेत्र के प्रधानमंत्री के ²ष्टिकोण को पुष्ट करता है। इस पैकेज से 4जी प्रसार, तरलता निषेचन और 5जी नेटवर्क में निवेश के लिए अनुकूल माहौल के निर्माण को प्रोत्साहित करने की भी अपेक्षा है ।
(आईएएनएस)
Created On :   15 Sept 2021 5:30 PM IST