87 साल बाद एयर इंडिया की घर वापसी ! TATA ग्रुप ने फाइल किया एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट
- 87 साल बाद एयर इंडिया की घर वापसी !
- TATA ग्रुप ने फाइल किया एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्ज के संकट से जूझ रही एयर इंडिया कंपनी की जल्द ही घर वापसी होने की संभावना है। टाटा ग्रुप ने सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया को खरीदने के लिए आज अभिरुचि पत्र (Expression of interest) सौंप दिया है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो टाटा ग्रुप ने सप्ताह के अंत में नीलामी प्रक्रिया के लिए बोली सौंपी है। इस तरह एयर इंडिया की 87 साल बाद घर वापसी हो सकती है। माना जा रहा है कि टाटा ने इसके लिए एयरएशिया इंडिया का इस्तेमाल किया है जिसमें टाटा संस की बड़ी हिस्सेदारी है।
टाटा ग्रुप के चयरमैन एन चंद्रशेखरन ने पहले ही साफ कर दिया था कि टाटा समूह नीलामी प्रक्रिया में भाग लेगा। चंद्रशेखरन ने कहा था कि टाटा समूह तीसरी एयरलाइन नहीं चलाएगा। फिलहाल विस्तारा और एयर एशिया इंडिया का संचालन ही किया जा रहा है। एयर इंडिया के सही मूल्यांकन के लिए टाटा ग्रुप अब तक लीगल फर्म और कंसल्टेंट्स के साथ बातचीत कर रहा था।
इस बीच खबर ये भी सामने आई है कि टाटा समूह जल्द ही एयर एशिया इंडिया और एयर इंडिया का मर्जर कर सकता है। एयर एशिया इंडिया में टाटा की 51 फीसदी हिस्सेदारी है। ऐसी स्थिति में जल्द ही एयर इंडिया मर्ज होकर सिर्फ एयर एशिया इंडिया कंपनी ही बचे।
एक जानकारी के मुताबिक टाटा समूह की योजना एयर इंडिया को खरीदकर विस्तारा में विलय करने की भी है। वर्तमान में टाटा समूह विस्तारा और एयर एशिया का संचलान करता है। दोनों कंपनियों को वित्त वर्ष 2019 में 1500 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। टाटा समूह का मनाना है कि एयर इंडिया के विलय होने से टाटा एंड सन्स को फायदा होगा।
बता दें कि टाटा ने ही एयर इंडिया की नींव 87 साल पहले रखी थी। जेआरडी टाटा ने 1932 में टाटा एयरलाइन्स की स्थापना की थी और कराची से बंबई तक हवाई जहाज को खुद उड़ाया था। यही एयरलाइन्स बाद में चल कर एयर इंडिया बना। टाटा सन्स के स्पोक्सपर्सन ने कहा है कि टाटा सन्स अभी इस प्रस्ताव का मूल्यांकन कर रहा है और इसके बाद ही सही वक्त आने पर बोली लगाएगा।
Created On :   14 Dec 2020 9:51 AM IST