Banks spark confusion: EMI में राहत मिलेगी या नहीं, बैकों ने बढ़ाया कंफ्यूजन, क्या करें ग्राहक?
- अब तक बैंकों ने किसी तरह का कोई चैनल सक्रिय नहीं किया है
- अगले ईएमआई साइकल को शुरू होने में सिर्फ दो दिन बचे हैं
- ग्राहकों में कंफ्यूजन है कि उन्हें किश्तों का भुगतान करना है या नहीं?
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अगले ईएमआई साइकल को शुरू होने में सिर्फ दो दिन बचे हैं, लेकिन अब तक बैंकों ने किसी तरह का कोई चैनल सक्रिय नहीं किया है। ऐसे में ग्राहकों में इस बात को लेकर कंफ्यूजन है कि उन्हें अगले तीन महीनों की किश्तों का भुगतान करना है या नहीं?
बता दें कि रिजर्व बैक ऑफ इंडिया ने कोरोनोवायरस के प्रकोप के आर्थिक प्रभाव का मुकाबला करने के लिए शुक्रवार को कई महत्वपूर्ण कदमों की घोषणा की थी। RBI ने कर्जदाताओं को बड़ी राहत देते हुए, बैंकों को 1 मार्च, 2020 तक बकाया सभी टर्म लोन की किश्तों के भुगतान पर तीन महीने की मोहलत देने की अनुमति दी थी। इसका मतलब है कि तीन महीने तक लोन की किश्त नहीं चुका पाएंगे तो इसे डिफॉल्ट नहीं माना जाएगा। तीन महीने की अवधि के बाद आपकी ईएमआई दोबारा शुरू हो जाएंगी। आपका लोन टर्म भी तीन महीने बढ़ जाएगा।
अब तक कोई चैनल एक्टिव नहीं
अधिकांश बड़े लेंडर भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक और एक्सिस बैंक ने अभी तक ग्राहकों के लिए विकल्प चुनने के लिए कोई चैनल सक्रिय नहीं किया है। ग्राहकों को बैंकों की तरफ से उनके ईएमआई भुगतान की तारीख का रिमाइंडर भी भेजा जा रहा है। बुधवार से अप्रैल महीने का ईएमआई साइकिल शुरू हो जाएगा, लेकिन बैंक आरबीआई की ओर से लाई गई विशेष सुविधा को लागू करने को तैयार नहीं है। अधिकांश बैंक शाखाओं को उनके हेडक्वार्टर से अब तक ईएमआई को लेकर कोई निर्देश नहीं मिला है।
आने वाले दिनों में मिलेगा विकल्प
एचडीएफसी बैंक के एक प्रवक्ता ने कहा कि बैंक अगले कुछ दिनों में ईमेल और एसएमएस के माध्यम से कर्ज लेने वालों से संपर्क करेगा, जो उन्हें विकल्प के बारे में बताएगा। वेबसाइट की एक लिंक के माध्यम से ग्राहक चुन सकेंगे की उन्हें अगले तीन महीनों तक ईएमआई राहत चाहिए या नहीं? एक बैंकर ने कहा कि ईएमआई को तीन महीनों तक टालना ग्राहकों के लिए एक विकल्प है, लेकिन उन लोगों के लिए कोई लाभ नहीं है जो भुगतान कर सकते हैं। एक अन्य प्राइवेट बैंक के एक्जीक्यूटिव ने कहा कि ईएमआई विकल्प को ऑपरेशनल बनाने में कुछ दिनों का समय लग सकता है।
अकाउंट में मेंटेन करें ईएमआई की राशि
यदि बैंक ईएमआई को पॉज करने के लिए निर्देश नहीं देते हैं और आपका लेनदेन विफल हो जाता है, तो आपको चेक बाउंस के बराबर जुर्माना देना होगा। ये चार्ज 200 रुपए से लेकर 400 रुपए तक हो सकते हैं। ऐसे में आपके लिए यह जरुरी है कि जब तक बैंक आपको तीन महीनों तक ईएमआई राहत का विकल्प न दें तब तक आप अपने बैंक अकाउंट में ईएमआई की राशि मेंटेंन करके रखें।
Created On :   31 March 2020 9:02 AM IST