कर्नाटक में खूब चली कांग्रेस की लहर, बोम्मई सरकार के कई मंत्रियों को करना पड़ा हार का सामना, जानें कौन कहां से हारा
एचडी कुमार स्वामी के बेटे भी हारे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज कर्नाटक चुनाव के नतीजों की घोषणा का दिन है। अभी तक आए आंकड़ों में कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल करते हुए नजर आ रही है। राज्य की कुल 224 विधानसभा सीटों में से पार्टी ने अब तक 101 सीटों पर जीत हासिल कर ली है जबकि 35 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, वहीं सत्ताधारी बीजेपी 65 सीटों पर सिमटते नजर आ रही है। इस चुनाव में कांग्रेस की ऐसी आंधी चली की बोम्मई सरकार के दर्जनभर मंत्री चुनाव हार गए।
ये मंत्री हारे चुनाव
कर्नाटक में बीजेपी को मिली करारी हार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बोम्मई सरकार के कई दिग्गज मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा। इनमें सबसे पहला नाम गोविंदा करजोला का है जिन्हें मुधोला विधानसभा से हार मिली है। इसी तरह श्रीरामुलु बेल्लारी ग्रामीण से, वी.सोमन्ना वरूणा सीट से, वी. सोमन्ना चामराजनगर सीट से, मुरुगेश निरानी बाइलागी सीट से, बीसी पाटिल हिरेकेरुरु सीट से, डॉ.के. सुधाकर हारे चिक्काबल्लापुर सीट से, एमटीबी नागराज होसकोटे सीट से, नारायणगौड़ा केआर पेट से, बीसी नागेश तिपातुर सीट से हलप्पा अचार येलबुर्गा सीट से और शंकर मुनेकोप्पा को नवलगुंडा सीट से हार मिली।
अगर बात करें बड़ी हारों की तो इसमें सबसे पहला नाम परिवहन मंत्री श्रीरामुलू का आता है। जिन्हें बेल्लारी सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार बी नागेंद्र ने लगभग 29,300 वोटों से हराया। वहीं चिक्कबल्लापुरा सीट पर स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर को कांग्रेस के प्रदीप ईश्वर ने बड़े अंतर से हाराया। कानून और संसदीय मामलों के मंत्री जेसी मधुस्वामी को जेडीएस के उम्मीदवार सी. बी सुरेश बाबू ने चिकनैकानाहल्ली सीट से हराया।
पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी के बेटे भी हारे
चुनाव में जेडीएस पार्टी का प्रदर्शन कितना खराब रहा है उसका अंदाजा इस बात से लगा सकता है कि पूर्व सीएम कुमारस्वामी के बेटे निखिल चुनाव हार गए हैं। वह रामनगरम विधानसभा सीट जो कि जेडीएस के लिए सुरक्षित सीट मानी जा रही थी उससे चुनाव हार गए। उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार एचए इकबाल हुसैन ने 10 हजार 715 वोटों से हराया।
बीजेपी के मिशन साउथ को झटका
कर्नाटक चुनाव के रिजल्ट से बीजेपी के मिशन साउथ को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी इस चुनाव को जीतकर साउथ इंडिया के बाकी राज्यों में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती थी। आज उसकी इस उम्मीद को करारा झटका लगा है। इसके साथ ही बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतने का जो लक्ष्य तय किया है, उसे पाना आज आए कर्नाटक के नतीजों से मुश्किल हो जाएगा।