‘तेरी झलक शर्फी ’ गाने पर युवाओं ने दिखाया जमकर उत्साह
खासदार महोत्सव ‘तेरी झलक शर्फी ’ गाने पर युवाओं ने दिखाया जमकर उत्साह
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुष्पा फिल्म का बहुचर्चित गीत ‘तेरी झलक शर्फी’ सुनकर प्रांगण में बैठा हर व्यक्ति झूम उठा। युवाओं ने मोबाइल के लाइट जलाकर सुर में सुर मिलाया। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी की संकल्पना को साकार कर रहे खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के चौथे दिन ईश्वर देशमुख ग्राउंड में वर्सेटाइल जावेद अली के लाइव इन कॉन्सर्ट का आयोजन किया गया। जावेद अली ने ‘तू मेरी अधूरी प्यार-प्यास’ गाने से मंच पर आगमन किया।
नागपुर शहर का मैं दीवाना हूं
जावेद अली ने कहा कि टाइगर सिटी के नाम से जाने जाना वाला नागपुर शहर का मैं दीवाना हूं। नागपुर के सुरीले श्रोताओं को ‘सलाम’ कहकर उनकी तारीफ की। ताजुद्दीन बाबा को समर्पित सूफी गीत ‘कुं फाया कुं’ और ‘मौला-मौला’ प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। इसके बाद ‘कहने को जश्न बहारा है’, ‘तू जो मिला तो हो गया मैं पागल’, ‘क्यूं कि तू धड़कन मैं दिल’, ‘चांद छुपा बादल में’, ‘आंखों की गुस्ताखियां’, ‘चुपके से रात की चादर’ आदि गीतों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
तेरा साया साथ होगा : स्वरसम्राज्ञी भारतरत्न लता मंगेशकर को जावेद अली ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कभी मुझको याद करके जो बहेंगे तेरे आंसू ...तेरा साया साथ होगा’ गीत प्रस्तुत किया।
मराठी गीतों की दी प्रस्तुति : शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, रोमांटिक, सूफी गीतों के साथ ही जावेद अली ने अचानक ही ‘शूर आम्ही सरदार आम्हाला काय कुणाची भीती’ मराठी गीत ने श्रोताओं के मन को छू लिया।
नागपुरवासियों ने किया आदर्श स्थापित : नितीन गडकरी ने शहरवासियों का अभिवादन करते हुए कहा कि शहरवासियों ने अनुशासित होकर कार्यक्रम का आनंद लेकर आदर्श स्थापित किया है। अपरिहार्य कारणों से शहर के कलाकारों का महोत्सव समावेश नहीं हो पाया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले साल स्थानीय कलाकारों को भी सराहा जाएगा। उन्होंने कहा कि मनोरंजन, ज्ञान और सांस्कृतिक गतिविधियों की दृष्टि से समृद्ध महोत्सव निश्चित रूप से सभी के सहयोग से अपने सांस्कृतिक गौरव को बढ़ाएगा।
इनकी रही उपस्थिति
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, पूर्व सांसद अजय संचेती, राजेंद्र पुरोहित, गिरीश गांधी, प्रकाश पोहरे, संजीव चौधरी, मिकी अरोरा, नाशिक की विधायक सीमा हिरे आदि उपस्थित थे। संचालन रेणुका देशकर व बाल कुलकर्णी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रा. अनिल सोले, प्रा. मधुप पांडे, डॉ. गौरीशंकर पाराशर, अशोक मानकर, दिलीप जाधव, सचिव जयप्रकाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रा. राजेश बागडी, अविनाश घुशे, हाजी अब्दुल कादीर, संदीप गवई, संजय गुलकरी, आशीष वांदिले, चेतन कायरकर, भोलानाथ सहारे, किशोर आदि का योगदान रहा।