महिला सुरक्षा रहेगी प्राथमिकता, बढ़ते साइबर अपराध को रोकने के लिए होगा साइबर थाना

गौतमबुद्ध नगर महिला सुरक्षा रहेगी प्राथमिकता, बढ़ते साइबर अपराध को रोकने के लिए होगा साइबर थाना

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-31 15:30 GMT
महिला सुरक्षा रहेगी प्राथमिकता, बढ़ते साइबर अपराध को रोकने के लिए होगा साइबर थाना

डिजिटल डेस्क, नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की जिम्मेदारी इस समय पुलिस कमिश्नर आईपीएस लक्ष्मी सिंह के कंधों पर है। वह नोएडा में पुलिस आयुक्त बनने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। 2000 बैच की आईपीएस ऑफिसर लक्ष्मी सिंह को यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा में पहली महिला आईपीएस टॉपर होने का गौरव भी प्राप्त है। इसके साथ ही साथ उन्हें अपनी ट्रेनिंग के दौरान पीएम के रजत पदक और गृहमंत्री के पिस्टल से भी सम्मानित किया गया है मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल करने वाली आईपीएस अफसर लक्ष्मी सिंह की पहली पोस्टिंग 2004 में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रूप में हुई थी।

पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर से जुड़े कई सवालों पर आईएएनएस के विशेष संवाददाता से बातचीत करते हुए आईपीएस लक्ष्मी सिंह ने बताया है कि गौतम बुध नगर में महिला सुरक्षा पुलिस की पहली प्राथमिकता रहेगी और उसके साथी साथ बढ़ते साइबर अपराध को रोकने के लिए यहां पर डेडीकेटेड साइबर थाना भी खोला जाएगा।

सवाल - महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस कमिश्नरेट गौतम बुध नगर ने क्या रोडमैप तैयार कर रखा है?

जवाब - महिला सुरक्षा में अभी तक जितने भी कार्य हुए हैं उसको अब आगे बढ़ाना है। महिला सुरक्षा के कार्य को सिस्टेम्टाइड करना है। अगर कोई घटना हो जाती है तो घटना का खुलासा करना उसका अनावरण करना इस पर हमारा फोकस रहेगा। अब हमको अपने पुलिसिंग के कार्यशैली में बदलाव लाने की जरूरत है। अब हमें थोड़ा प्रोएक्टिव पुलिसिंग करके दिखाने की जरूरत है। हमें जमीनी स्तर पर यह देखना होगा कि पिछले 5 सालों में जिन जिन जगहों पर और जिन जिन वजहों पर महिला अपराध ज्यादा बढ़े हैं उन्हें कैसे ठीक किया जा सकता है। इनमें पीआरवी की मूवमेंट हो सकती है, सीसीटीवी कैमरों का इंस्टॉलेशन हो सकता है, स्ट्रीट लाइट प्रकाश की व्यवस्था हो सकती है, वह पब्लिक ट्रांसपोर्ट प्रोवाइड कराने वाले लोगों का सत्यापन हो सकता है। इन सभी को मिलाकर एक कार्य योजना तैयार की गई है जिसे लागू किया जा रहा है।

सवाल - नए थाने खोले जा रहे हैं क्या?

जवाब - यमुना एक्सप्रेस वे के आसपास अब काफी विकास होने वाला है और साथ ही साथ कई कॉलोनियां बसने वाली हैं, जिसको देखते हुए वहां पर 4 थानों को खोलने की प्रस्ताव तैयार कर के शासन को भेजा जाएगा। इसके साथ-साथ ग्रेटर नोएडा और सेंट्रल नोएडा में कई थाने हैं। जिनमें कुछ और रिपोटिर्ंग चौकियों की जरूरत महसूस हो रही है उनको भी जल्दी खोला जाएगा।

सवाल - साइबर अपराध बहुत ज्यादा बढ़ता जा रहा है। इसके लिए क्या रोडमैप तैयार है और क्या किया जा रहा है?

जवाब - नोएडा में साइबर क्राइम की कंप्लेंट बहुत ज्यादा है। बीजेपी हेड क्वार्टर में जो साइबर सेल खोला गया है मुख्यमंत्री जी के आदेश पर उसे तत्परता से काम करना शुरू किया है। उसके अधीनस्थ एक थाना भी फंक्शनल है लेकिन उसको जो अधिकार दिया गया है और जो उसका कार्य करने का क्षेत्र है वह लिमिटेड है। इसीलिए गौतमबुद्ध नगर के लिए एक अलग से साइबर थाने की आवश्यकता है। गौतमबुद्ध नगर के हर थाने में साइबर सेल और हेल्पडेस्क खोली गई है, लेकिन यहां पर लगातार बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए एक ऐसे साइबर थाने की आवश्यकता है जिसमें स्पेशलाइज्ड वर्कफोर्स मौजूद हो। इसका भी प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजा जा रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यह मंजूरी मिल जाएगी।

सवाल - ट्रैफिक को लेकर क्या रोडमैप तैयार किया जा रहा है?

जवाब - ट्रैफिक को लेकर बीते दिनों कुछ प्रयोग करवाए गए थे। जिसके बाद जो रिजल्ट आए हैं, उसको लेकर कुछ चीजें लॉन्ग टर्म डिस्कस हुई हैं। जिसका प्रस्ताव नोएडा अथॉरिटी और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी को भेजा जा रहा है। उसके पास होने के बाद योजना बनाकर कार्य शुरू हो जाएगा। ट्रैफिक पुलिस का रिजर्वेशन करवाया है, जो हमारे फोकल प्वाइंट है। जो हमारे सबसे ज्यादा ट्रैफिक वाले इलाके वहां पर हमने ट्रैफिक पुलिस की जनसंख्या में वृद्धि की है। अभी तक जो हमारा ट्रैफिक कंट्रोल मैनेजमेंट था वह पैसिव वे में था। अब ट्रैफिक मैनेजमेंट को रियल टाइम में देखने की जरूरत है। एडिशनल रूट टू पैसेज, पैसेज टू दिल्ली तैयार कर सके ताकि ट्रैफिक के लिए लोगों को दिक्कत ना हो।

सवाल - गौतमबुद्ध नगर जिले से जुड़े जिलों की सीमा पर होने पर अपराध पर कैसे लगाम लगाएंगे?

जवाब - नोएडा से जुड़े हुए अन्य जिलों के बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। कई स्थान चिन्हित किए गए हैं। दूसरे जिलों से यहां आकर अपराध करने वाले और यहां से दूसरे जिलों में जाकर अपराध करने वालों पर रोकथाम करने के लिए हमने जिग जैक चेकिंग सिस्टम और राउंड ओ क्लॉक चेकिंग सिस्टम की नई पॉलिसी लागू की है। कुछ गैंग के सत्यापन का भी काम चल रहा है। कुछ बाहर के गैंग भी जो यहां पर एस्टेब्लिश हो गए हैं उनके भी सत्यापन का काम चल रहा है जल्द ही असर देखने को मिलेगा।

सवाल - स्ट्रीट क्राइम पर आप क्या कर रहे हैं?

जवाब - स्ट्रीट क्राइम पर हम लोगों ने अपनी एक योजना बनाई है। हमने पिछले 5 से 6 महीनों के वारदातों के स्टडी की है और उसके मुताबिक हमने एक टाइमफ्रेम निकाला है। जिसमें सबसे ज्यादा स्ट्रीट क्राइम होते हैं। इनमें फैक्ट्री से छूटने वाले वर्कर्स का समय, बाहर निकलने वाले लोगों का समय, यह सब बहुत महत्वपूर्ण है। जिस पर काम चल रहा है और जल्दी स्ट्रीट क्राइम से जुड़े अपराध के आंकड़ों में कमी आएगी। हमारे कुछ पीआरवी की बदली में समय लग रहा था जिसको हमने जल्द से जल्द ठीक करने की कोशिश की है ताकि टाइमफ्रेम कम हो सके। हमारे बारे में कुछ नए वाहन और मोटरसाइकिल में शामिल हो रही हैं, जिसके चलते अब हम स्ट्रीट क्राइम पर लगाम लगा पाएंगे।

(आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Tags: