युवा सड़कों और गलियों में घूम-घूमकर गौवंश पर कर रहे औषधीय जल का छिड़काव
गोंदिया युवा सड़कों और गलियों में घूम-घूमकर गौवंश पर कर रहे औषधीय जल का छिड़काव
शुभम ढोमणे ,गोंदिया । देश के विभिन्न हिस्सों में इनदिनों गौवंश पर लम्पी नामक बीमारी का संक्रमण तेजी से फैल रहा हैं। जिसकी चपेट में आने से अब तक कई मवेशियों की मृत्यु हुई हैं। इससे पशुपालक व किसान दहशत में है। फिलहाल जिले में अब तक इस बीमारी से किसी गौवंश के संक्रमित होने की कोई सूचना नहीं मिली है। फिर भी जिला प्रशासन द्वारा गौवंश पर होनेवाले लम्पी बीमारी के रोकथाम के लिए उपाययोजना के तहत गौवंश का रोग प्रतिबंधात्मक टीकाकरण युद्धस्तर पर किया जा रहा है। इसी तरह गौशालाओं में भी टीकाकरण के साथ-साथ अनेक प्रकार के देसी उपाय किए जा रहे हैं। ऐसे में शहर के कुछ युवक जो पुरी पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु निश्चलानंद सरस्वती द्वारा संचालित “आदित्य वाहिणी’ से जुड़े हुए हैं। इन स्वयंसेवकों ने आगे आकर शहर की सड़कों पर लावारिस घूमने वाले मवेशियों को संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए अभिनव उपक्रम चलाया है।
इस उपक्रम के तहत सड़कों और गलियों में घूम-घूमकर गौवंश पर नीम एवं फिटकरी से युक्त औषधीय जल का छिड़काव कर रहे हैं। स्वयंसेवकों द्वारा प्रतिदिन किए जा रहे इस सेवाकार्य की सर्वत्र सराहना की जा रही है। इस संबंध में “आदित्य वाहिणी’ के स्वयंसेवकों ने बताया कि, जब तक बीमारी का खतरा बना हुआ है, तब तक प्रतिदिन यह कार्य करने का संकल्प लिया है। जिसके तहत वे दिन-रात जब भी समय मिले, समूह में निकलते हैं एवं जहां भी गौवंश सड़कों पर या अन्य स्थानों पर दिखाई पड़े। वहां उन पर औषधीय युक्त जल का छिड़काव करते हैं। ताकि उनके शरीर पर लम्पी जैसी बीमारी का संक्रमण न हो सके। अनेक स्थानों पर कीटों के हमले से गौवंश को बचाने के लिए गोबरी के धुएं का भी उपयोग किया जा रहा है। इन युवाओं में तुषार शर्मा, मोहित हिसारिया, इशान्य चव्हाण, यश गुप्ता, वरुण अग्रवाल, अजय सोनी, प्रथम मिश्रा, विशाल शर्मा, मयूर पुरोहित, मयंक शर्मा, शुभम पुरोहित, रघुनंदन बेलगे, वैभव जोशी का सक्रिय योगदान है। उल्लेखनीय बात यह है कि अब तक घरों एवं गौशालाओं के अलावा सड़कों पर रात दिन दिखाई पड़नेवाले किसी भी गौवंश में लम्पी बीमारी का कोई लक्षण नहीं पाया गया हंै। यह इन युवाओं की मेहनत का फल भी कहा जा सकता हैं।