कोरोना काल का पीएफ भरने के आदेश
यवतमाल कोरोना काल का पीएफ भरने के आदेश
बीरेंद्र चाैबे, यवतमाल। मार्च 2020 से लेकर अक्टूबर 2021 कुल डेढ़ वर्ष तक कोरोनाकाल से जनजीवन प्रभावित रहा था। इसमें और उसके बाद रापनि कर्मियों द्वारा की गई हड़ताल के कारण बसें बंद थीं या उनका मुनाफा न के बराबर रहा था। ऐसे समय रापनि कर्मियों में चालक, वाहक और अन्य को वेतन देना मुश्किल हो गया था। अभी भी रापनि की गाड़ी पटरी पर नहीं आई है। ऐसे में कोरोनाकाल का इन कर्मियों का प्राेविडेंट फंड(पीएफ) अब तक नहीं भरा गया है। इस कारण रापनि कर्मियों ने संगठन के माध्यम से इसकी शिकायत की थी। उसी के चलते रापनि के विभागीय नियंत्रक अमोल गोंजारे को पत्र भेजकर उक्त राशि शीघ्र भरने के निर्देश अमरावती संभागीय आयुक्त ने दिए हैं। यवतमाल के विभागीय कार्यालय के अनुसार जब रापनि कर्मियों के वेतन ही बड़े मुश्किल से हो रहे हंै, ऐसे में वे पीएफ नहीं भर पाए। अभी भी स्थिति ऐसी नहीं है कि वेतन के अलावा अतिरिक्त पैसा रापनि के यवतमाल विभागीय कार्यालय के पास बचा हो, ऐसे में पीएफ की राशि कैसे भरी जाए। इसके लिए उन्होंने वरिष्ठों को पत्र लिखकर इस बारे में जानकारी देकर राशि कैसे भरी जाए इसका मार्गदर्शन मांगा है। यह पत्र शुक्रवार को मिला था। जब तक सरकार या रापनि के वरिष्ठ कार्यालय से राशि नहीं मिलती तब तक उक्त पीएफ की राशि भरने पर संदेह जताया जा रहा है।
चाहिए 512 और सड़कों पर दौड़ रहीं 400 बसें
यवतमाल जिले को रापनि की 512 बसों की जरूरत है। मगर हकीकत में सिर्फ 400 बसें दौड़ रही हैं। बसों की मरम्मत का काम दो शिफ्टों में होने के बावजूद प्रक्रिया धीमी है। यात्रियों को लेकर जा रहीं बसें अचानक बीच में बंद पड़ जाती हैं। यह समस्या दूर करने के लिए शिवशाही बस और निजी बस की मांग की गई है। मगर बसें नहीं आईं। पांढरकवड़ा डिपो की 7 बसें बंद हो चुकी है तो अन्य डिपो में ऐसी बसंे बंद कर दी गई है। वाfली के लिए मुंबई-पुणे शुरू की गई बसें भी बंद है। उमरखेड़ से ढाणकी होते हुए गांजेगांव,हिमायत नगर जानेवाली बस भी बंद है। इसमें तेलंगाना राज्य की बसें इसी रास्ते से ढाणकी होते हुए उमरखेड़ दौड़ रही है। इससे ढाणकी के माधवराव मिटकरी प्रवासी मंडल ने लोकनिर्माण विभाग के संबधित इंजीनियर से पूछताछ की थी तो खराब रास्तों का हवाला दिया गया। जिस पर उन्होंने रास्ता अच्छा होने की लिखित जानकारी दी है। इससे यह गाड़ी फिर शुरू करने के निर्देश नियंत्रक द्वारा उमरखेड डिपो मैनेजर को दिए गए हैं।