पहले जोड़ेंगे हाथ, नहीं माने तो करेंगे पुलिस में शिकायत
गड़चिरोली पहले जोड़ेंगे हाथ, नहीं माने तो करेंगे पुलिस में शिकायत
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में शराब बंदी का कानून लागू होने के बाद भी जिले के विभिन्न स्थानों पर शराब की खुलेआम बिक्री शुरू है। कोरची तहसील के सुदूर ग्राम नांगपुर में भी पिछले कुछ दिनों से धड़ल्ले से शराब बिक्री जारी हैै। गांव की शराब बिक्री बंद करने अब नांगपुर ग्राम पंचायत और गांव संगठन के पदाधिकारियों ने अनूठी पहल शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने गांव के शराब विक्रेताओं के घर पहुंचकर हाथ जोड़कर शराब बिक्री बंद करने की गुजारिश की। इस गुजारिश पर शराब बिक्री बंद न करने पर संबंधित शराब विक्रेताओं की शिकायत पुलिस में करने की चेतावनी भी इस समय दी गयी। साथ 25 हजार रुपए का जुर्माना वसूल करने की चेतावनी भी इस समय दी गयी।
बता दें कि, ग्राम नांगपुर छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पर बसा हुआ है। गांव में पिछले कुछ दिनों से शराब विक्रेता सक्रिय हो गये हैं। छत्तीसगढ़ राज्य से देसी और अंगरेजी शराब लाकर गांव में इसकी खुलेआम बिक्री शुरू है। मुक्तिपथ अभियान के माध्यम से मुंबई अधिनियम शराब बंदी कानून 1949, पेसा कानून 1996 का आधार लेकर गांव की शराब बिक्री बंद करने के लिए हाल ही में एक बैठक का आयोजन किया गया। ग्राम पंचायत के उपसरपंच परमेश्वर लोहंबरे ने चुनाव के दौरान गांव की शराब बिक्री बंद करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है। इसी आश्वासन की पूर्ति करने के लिए उन्हीं के नेतृत्व में गांव की शराब बिक्री बंद करने का फैसला बैठक में लिया गया। पहले शराब विक्रेताओं के घर पहुंचकर हाथ जोड़कर उनसे विनती करने का निर्णय लिया गया। ऐसा करने पर भी यदि शराब बिक्री बंद नहीं हुई तो संबंधितों से 25 हजार रुपए का जुर्माना वसूल कर उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करने का फैसला भी इस समय लिया गया। फैसले के तहत बुधवार को उपसरपंच लोहंबरे समेत गांव संगठन के पदाधिकारियों और स्कूली विद्यार्थियों ने गांव में रैली निकालकर शराब विक्रेताओं के घर पहुंचकर हाथ जोड़कर शराब बिक्री बंद करने की विनती की। इस समय उपसरपंच लोहंबरे के साथ मुक्तिपथ गांव संगठन के अध्यक्ष शंकर गुरभेलिया, ग्रापं सचिव महेश्वरी भैसरा, तहसील संगठिका नीला कन्नाके ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।