जंगल में स्टेट हाईवे पर वाहनों की रफ्तार का शिकार हो रहे वन्य जीव
अमरावती जंगल में स्टेट हाईवे पर वाहनों की रफ्तार का शिकार हो रहे वन्य जीव
डिजिटल डेस्क, अमरावती। वडाली वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाला वनक्षेत्र लगभग पोहरा के आसपास तक फैला हुआ है और वहां से आगे चांदुर रेलवे वनविभाग का क्षेत्र जुड़ जाता है। पोहरा और चिरोडी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत लगभग 25 तंेदुओं का अधिवास है और यह वनक्षेत्र अमरावती, चांदुर रेलवे मुख्य रास्ते के दोनों ओर रहने से इस मार्ग पर तेंदुओं का भ्रमण हमेशा रहता है। अंधेरे में इस मार्ग से चारपहिया वाहन तेज रफ्तार दौड़्ते है, जो सड़क क्रॉस करनेवाले वन्यप्राणियों के लिए जानलेवा साबित हो रहे है। हालांकि वनविभाग ने इस मार्ग पर इससे पहले वाहन धारकों के लिए सूचना बोर्ड भी लगाए थे। लेकिन यह बोर्ड पिछले कुछ वर्ष पहले चोरी हो जाने से अब वनक्षेत्र से तेज रफ्तार वाहन चालकों पर किसी प्रकार का कोई नियंत्रण न रहने से पोहरा और चिरोडी वनक्षेत्र में वन्य प्राणियों का अधिवास संकट में आने की संभावना जताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार चांदुर रेलवे वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले सावंगा फाटे के पास तेज रफ्तार वाहन ने एक डेढ़ वर्षीय उम्र की मादा तेंदुए को टक्कर मार दी। वाहन की टक्कर में यह मादा तेंदुआ काफी समय तक बेहोश होकर वहीं पर पड़ी रही। इसकी जानकारी वनविभाग के वडाली व चांदुर रेलवे वनअधिकारियों को मिलने के बाद इस घायल तेंदुए को उपचार के लिए वडाली वन कार्यालय अंतर्गत रहनेवाले पिंजरे में रखा गया है। इससे पहले भी अमरावती चांदुर रेलवे मार्ग पर रात के अंधेरे में अनेकों को सड़क क्रॉस कर रहे तेंदुए के दर्शन हुए। लेकिन हकिकत है कि इस परिसर में अंधेरा होते ही तेंदुए भ्रमण पर निकलते हंै। यहां का वनपरिक्षेत्र अमरावती से चांदुर रेलवे मार्ग के दोनों ओर फैला रहने से अंधेरे में भ्रमण करनेवाले तेंदुए रात के समय सड़क पार कर जाते हैं। कुछ वर्ष पहले वनविभाग ने वाघामाय मंदिर परिसर और उससे आगे पोहरा तक तीन जगह पर चारपहिया वाहन धारकों की जानकारी के लिए सूचना बोर्ड लगाए थे। लेकिन वर्तमान स्थिति में यहां एक भी बोर्ड नहीं है। यह बोर्ड कुछ वर्ष पहले ही चोर चोरी कर ले गए। इस तरह की जानकारी शनिवार को सड़क हादसे में तेंदुए के घायल होने के बाद मिली है। इस कारण अमरावती-चांदुर रेलवे मार्ग पर अंधेरे में तेज रफ्तार दौड़नेवाले वाहनों के कारण यहां तेंदुए का अधिवास संकट में आने की संभावना वन्यजीव प्रेमी व्यक्त कर रहे है।