देसाईगंज वनक्षेत्र में जंगली हाथियों ने मचाया उत्पात
गड़चिरोली देसाईगंज वनक्षेत्र में जंगली हाथियों ने मचाया उत्पात
डिजिटल डेस्क, देसाईगंज (गड़चिरोली) । कुरखेड़ा तहसील के दर्जनों गांवों के खेत परिसर में पिछले तेरह दिनों तक धान की फसलों को नष्ट करने के बाद अब जंगली हाथियों का झुंड देसाईगंज वन परिक्षेत्र में दाखिल हुआ है। गुरुवार की रात हाथियों के झुंड ने बोड़धा और कसारी गांव परिसर के क्रमांक 100 में प्रवेश करते हुए किसानों की लगभग एक हेक्टेयर धान की फसल को तहस-नहस कर दिया। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस झुंड में कुल 27 हाथी मौजूद हैं। कक्ष क्रमांक 100 में प्रवेश करने से पूर्व हाथियों ने रावनवाड़ी टोली के टेंभली तालाब में पहुंचकर जमकर उत्पात मचाने की जानकारी मिली है। हाथियों पर नजर रखने के लिए पश्चिम बंगाल की हुल्ला टीम सक्रियता से यहां कार्य कर रही है। रात के समय मशाल दिखाकर हाथियों का मार्ग बदलने का कार्य टीम द्वारा किया जा रहा है।
यहां बता दें कि, पहले अतिवृष्टि, बाद में विभिन्न प्रकार के कीटों और अब जंगली हाथियों ने धान की फसलों काे तबाह करने से किसान संकटों में दिखाई दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के मानपुर तहसील से गड़चिरोली जिले में प्रवेश करने वाले इन हाथियों ने अब तक अनेक स्थानों पर धान की फसलों को उजाड़ने के साथ नागरिकों के मकानों को क्षतिग्रस्त करने का कार्य किया है। अब यह झुंड देसाईगंज तहसील के बोड़धा और कसारी क्षेत्र में पहुंचने से नागरिकों समेत किसानों में भय का माहौल है। गुरुवार की रात हाथियों ने दोनों गांव परिसर से सटे खेतों में पहुंचकर धान की फसलों को तबाह कर दिया है। कक्ष क्रमांक 100 के तहत आने वाले इस परिसर की 1 हेक्टेयर खेती की फसल तबाह होने की जानकारी वनविभाग ने दी है। दिनभर जंगल में आराम करने वाले जंगली हाथी रात होते ही खेत परिसर में पहुंच रहे हैं। अपनी फसलों को बचाने के लिए अब किसान भी मशालें लेकर अपनी खेती की सुरक्षा करते दिखाई देने लगे हैं। देसाईगंज वनविभाग के उपवनसंरक्षक धर्मवीर सालविट्ठल के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र अधिकारी विजय धांडे और वनविभाग की टीम हाथियों पर अपनी नजरें गड़ाए हुए है।