महुआ बीनने गए युवक पर जंगली सूकर ने किया हमला, हालत गंभीर
महुआ बीनने गए युवक पर जंगली सूकर ने किया हमला, हालत गंभीर
डिजिटल डेस्क, शहडोल। जंगली सूकर के हमले में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना वन परिक्षेत्र जैतपुर के ग्राम नौगवां में रविवार सुबह की है। घायल की हालत गंभीर बतायी जा रही है।
आवाज सुनकर पहुंचे लोग
जानकारी के अनुसार नौगवां निवासी दयाशंकर वादी 30 वर्ष आज सुबह जंगल की ओर महुआ बीनने गया था। उसी समय पीछे से एक जंगली सूकर ने हमला कर दिया। दोनों के बीच काफी देर तक द्वंद होता रहा, शोर शराब सुनकर आस पास के लोग दौड़े, तब सूकर जंगल की ओर भाग गया। तब तक वह दयाशंकर के पैरों को बुरी तरह जख्मी कर गया। सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी पहुंचे और घायल को उपचार के लिए भेजा।
अस्पताल में कराया भर्ती
जैतपुर में प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला चिकित्सालय शहडोल लाकर भर्ती कराया गया। रेंजर सलीम खान ने बताया कि उपचार की व्यवस्था विभाग द्वारा कराई जा रही है। गौरतलब है कि जैतपुर वन क्षेत्र में भालू व जंगली सूकरों का भय बन रहता है। इस सीजन में अधिकतक ग्रामीण हमले का शिकार हो जाते हैं।
कबाड़ चोरों ने कॉलरी के सुरक्षाकर्मी पर किया हमला
एसईसीएल सोहागपुर एरिया अंतर्गत बुढ़ार माईंस सब एरिया कार्यालय परिसर में ड्यूटी पर तैनात कालरी कर्मचारी सुरक्षा गार्ड के ऊपर अज्ञात कबाड़ चोरों ने हमला कर दिया। कर्मचारी को उपचार के लिए बिलासपुर के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यह घटना शनिवार-रविवार की दरमियानी रात को हुई। जानकारी के अनुसार कालरी कर्मचारी सुरक्षाकर्मी मोहन लाल रात्रि कालीन डियूटी में थे। उसी समय कबाड़ चोरी की नीयत से घुसे अज्ञात लोगों ने जमकर मारपीट कर दी, जिससे वह बेहोश गए। दूसरे दिन सुबह जब अन्य कर्मचारी पहुंचे तो देखा कि बेहोश पड़े मोहनलाल के कान से खून निकल रहा है। स्थानीय चिकित्सालय में उपचार के बाद हालत नाजुक होने के कारण कालरी प्रबंधन द्वारा बिलासपुर आपोलो हास्पिटल रेफर कर दिया गया। सब एरिया मैनेजर पी श्रीकृष्णा के अनुसार कर्मचारी के सिर में चार टांके आए हैं। आरोपी उसका मोबाइल भी छीनकर ले गए हैं। उन्होंने बताया कि इसकी रिपोर्ट अमलाई थाने में दर्ज करा दी गई है। बताया गया है कि जहां पर घटना हुई वह सुरक्षा अधिकारी कार्यालय से लगा हुआ है। आए दिन विभिन्न खदानों से कबाड़ चोरी की घटना होती रहती हैं। अपराधियों को पकड़ने में पुलिस नाकाम रहती है। बंद हो चुकी धनपुरी यूजी माइंस, सीएचपी बुढ़ार ग्रुप आदि में कीमती कबाड़ों की चोरियां प्रतिदिन होती हैं।