West Bengal Politics: तीरथ सिंह के बाद CM ममता की कुर्सी पर खतरा ! 6 महीने के भीतर बनना होगा विधानसभा सदस्य

West Bengal Politics: तीरथ सिंह के बाद CM ममता की कुर्सी पर खतरा ! 6 महीने के भीतर बनना होगा विधानसभा सदस्य

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-03 14:22 GMT
West Bengal Politics: तीरथ सिंह के बाद CM ममता की कुर्सी पर खतरा ! 6 महीने के भीतर बनना होगा विधानसभा सदस्य

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। उत्तराखंड की राजनीति में संवैधानिक संकट के बीच आज (शनिवार) तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और पुष्कर सिंह धामी नए मुख्यमंत्री बने। अब ऐसा ही कुछ संकट पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की कुर्सी पर मंडराता दिखाई दे रहा है। ममता अभी विधानसभा की सदस्य नहीं हैं। बंगाल चुनाव में बहुचर्चित सीट नंदीग्राम से ममता बनर्जी 1956 वोटों से चुनाव हारी थीं।  उन्हें बीजेपी कैंडिडेट शुभेंदु अधिकारी ने शिकस्त दी थी। ममता ने 4 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें शपथ लेने के 6 महीने के भीतर सदन का सदस्य बनना जरूरी है और यह संवैधानिक बाध्यता भी है। 

भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहती है ममता बनर्जी 
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा की सदस्य बनने के लिए अपनी पुरानी सीट भवानीपुर को उपचुनाव लड़ने के लिए खाली करा लिया है। लेकिन, वह विधानसभा सदस्य तभी बन पाएंगी जब तय समय सीमा के अंदर चुनाव कराए जाएंगे। 

कोरोना के समय चुनाव कराना मुश्किल
कोरोनावायरस संक्रमण के बीच चुनाव आयोग ने चुनावी प्रक्रिया स्थगित कर दी है। चुनाव आयोग को ही तय करना होगा कि चुनाव कब कराए जाएंगे। अगर चुनाव आयोग 4 नवंबर तक चुनावी प्रक्रियाओं को खत्म करने का निर्णय नहीं लेता है तो ममता की कुर्सी पर भी खतरा हो सकता है। हालांकि सरकार ने चुनाव आयोग से रिक्त विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए आग्रह किया है। आयोग ने कल दो राज्यसभा सीटों पर चुनाव के लिए ममता सरकार से प्रतिक्रिया मांगी है।

विधान परिषद का रास्ता भी मुश्किल
पश्चिम बंगाल में 51 साल पहले भंग हो चुकी विधान परिषद का गठन करने की तैयारी की जा रही हैं। ममता बनर्जी की कैबिनेट ने इसकी मंजूरी भी दे दी है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद इस बिल को अब राज्यपाल के पास भेजा जाएगा। इसके बाद बिल को जरुरी मंजूरी के लिए विधानसभा में पारित कराना होगा।ममता ने हालात को समझते हुए विधान परिषद के गठन वाला रास्ता निकालने की कोशिश की हैं। 6 जुलाई को सरकार विधान परिषद बनाने की सिफारिश की जांच के लिए तदर्थ समिति की रिपोर्ट पर चर्चा और आगामी बजट सत्र में इसे पारित करने के लिए पेश करेगी। लेकिन, यह केंद्र की मंजूरी के बगैर संभव नहीं है। केंद्र सरकार के साथ ममता बनर्जी के रिश्ते जगजाहिर हैं। ऐसे में विधान परिषद वाला रास्ता फिलहाल उनके लिए मुश्किल ही नजर आ रहा है। मौजूदा दौर में देश के 6 राज्यों में विधान परिषद हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और कर्नाटक में दो सदनों वाली व्यवस्था है। इन 6 राज्यों में से 3 राज्यों के मुख्यमंत्री विधान परिषद के सदस्य हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र शामिल हैं।

ममता को इस्तीफा देना चाहिए 
ममता बनर्जी की संवैधानिक संकट पर बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष का कहना है कि ममता बनर्जी विधानसभा की सदस्य (विधायक) नहीं है। लेकिन, मुख्यमंत्री के पद पर काम कर रही है। लिहाजा नैतिकता के आधार पर उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। 

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