हम बीजेपी का वैक्सीन नहीं लगवाएंगेः अखिलेश यादव 

 हम बीजेपी का वैक्सीन नहीं लगवाएंगेः अखिलेश यादव 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-02 10:03 GMT
 हम बीजेपी का वैक्सीन नहीं लगवाएंगेः अखिलेश यादव 

डिजिटल डेस्क (भोपाल)।  कोरोना महामारी से दुनियाभर में अब तक 20 लाख लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में 2021 में कोरोना की वैक्सीन आने से सभी ने राहत की सांस ली है। इसी बीच इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। शनिवार को मीडिया से बातचीत में उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अभिलेश यादव ने कहा कि "मैं अभी वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा, हम बीजेपी का वैक्सीन नहीं लगवा सकते"। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि वैक्सीन वो भी बीजेपी की सरकार वाली। अरे इनकी वैक्सीन पर हमें विश्वास नहीं है। हमारी सरकार आएंगी, तब हम वैक्सीन लगवाएंगे। 

इधर, कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होने पर, दिल्ली में प्रतिदिन एक लाख व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए सरकारी एवं निजी दोनों तरह के अस्पताल अपनी भूमिका अदा करेंगे। दिल्ली सरकार प्राइवेट अस्पतालों, सरकारी अस्पतालों और छोटे डिस्पेंसरियो के माध्यम से लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाएगी। हालांकि, निजी एवं सरकारी दोनों ही अस्पतालों में यह वैक्सीन सभी लोगों के लिए पूरी तरह से निशुल्क होगी। दिल्ली में किस तरह से लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी, इस पूरी प्रक्रिया का अभ्यास करने के लिए शनिवार को राजधानी में कोरोना वैक्सीन लगाने का ड्राइ रन किया गया। ड्राइ रन के दौरान भी दिल्ली सरकार ने निजी अस्पताल, सरकारी अस्पताल व डिस्पेंसरी में वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया का अभ्यास किया।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, पूरी दिल्ली में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए तैयारियां कर ली गई हैं। शनिवार को दिल्ली में तीन स्थानों पर ड्राई रन किया गया। इनमें जीटीबी अस्पताल, वेंकटेश्वर हॉस्पिटल जो कि एक प्राइवेट अस्पताल है और दरियागंज की सरकारी डिस्पेंसरी में यह अभ्यास किया गया। हमने यह सिस्टम सरकारी और निजी अस्पतालों के अलावा डिस्पेंसरियो में स्थापित करना है। 

वहीं, चेन्नई में भी राजीव गांधी गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल और मद्रास मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 टीकाकरण के लिए एक अभ्यास कार्यक्रम सुचारू रूप से आयोजित किया गया। अस्पताल और मद्रास मेडिकल कॉलेज के डीन थेरानी राजन ने कहा, दोपहर तक, टीकाकारण अभ्यास 27 व्यक्तियों पर किया गया।  राजन के अनुसार, इस अभ्यास में टीकाकरण के लिए व्यक्तियों का आगमन, वेटिंग हॉल में उनके बैठने और संबंधित अधिकारियों द्वारा उनके विवरण की जांच करना शामिल था।

फिर उन्हें दूसरे कमरे में ले जाया गया, जहां उनकी पहचान क्रॉस-चेक की गई और को-विन ऐप पर उनके विवरण को अपलोड किया गया। इसके बाद सभी को टीका लगाया गया और जानकारी अपलोड की गई। राजन ने कहा, जिन लोगों को टीका लगाया गया, उन्हें भी टीका के किसी भी प्रतिकूल प्रभाव का ध्यान रखने के लिए कहा गया है। टीकाकरण अभ्यास तमिलनाडु के पांच जिलों के 17 केंद्रों पर आयोजित किया गया।

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