वेना डैम में जमा मलबे के कारण बंद हो गए जलस्रोत
वेना डैम में जमा मलबे के कारण बंद हो गए जलस्रोत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अमरावती राजमार्ग स्थित वेना डैम की 54 साल से सफाई नहीं होने से इस साल तालाब का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। गौरतलब है कि, इस डैम से डिफेंस,वाड़ी ,दवलामेटी क्षेत्र को जलापूर्ति होती है। डैम की मिट्टी निकालकर तालाब को चौड़ा करने की आवश्यकता है। नगरसेवक केशव बांदरे का कहना है कि, डैम में पानी नहीं होने से आसानी से मिट्टी निकाली जा सकती है, लेकिन सिंचाई विभाग ने अब तक डैम से मिट्टी निकालने की कोई योजना नहीं बनाई है। जिसके चलते इस वर्ष भी मिट्टी निकालने के संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं। बांदरे ने इस आशय का एक निवेदन जिलाधिकारी को भी सौंपा है। जिलाधिकारी इस पर क्या निर्णय लेते हैं, इस पर सभी का ध्यान लगा हुआ है। बारिश मुहाने पर है इसलिए इसकी शीघ्र सफाई की जानी चाहिए।
वर्ष 2007 में सूख गया था डैम
वर्ष 2007 में डैम में पानी काफी कम हो गया था। उस समय मिट्टी निकाली गई होती तो डैम का जलस्तर 23 दशलक्ष घनमीटर तक बढ़ सकता था, लेकिन सिचाई विभाग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और आज पानी को लेकर डिफेंस, वाड़ी तथा दवलामेटी में काफी बुरे हालात बने हुए हैं। इस साल मई तक डैम में केवल 4 प्रतिशत पानी बचा है। मई-जून में घटकर 3 प्रतिशत हो सकता है।
मिट्टी खेती में काम आ सकती है
वेना डैम से निकाली गई मिट्टी किसानों के खेतों में काम आ सकती है, लेकिन सिंचाई विभाग की उपेक्षा के चलते 54 साल से यह स्थिति बनी हुई है।
डैम की क्षमता 23 दशलक्ष घनमीटर
डैम के निर्माण को 54 साल हो चुके हैं। इस डैम में 23 दशलक्ष घनमीटर पानी जमा होता है, लेकिन सफाई के अभाव में अब 20 दशलक्ष घनमीटर ही पानी जमा होने की जानकारी मिली है। यदि सफाई की जाती है तो जलस्तर बढ़ने के साथ पानी की समस्या से भी लोगों को निजात मिलेगी।
किसान चाहें, तो मिट्टी निकालकर ले जाएं, कोई रोक नहीं
वेना डैम की मिट्टी हर साल निकालकर किसान ले जा सकते हैं, इस पर कोई रोक नहीं है। विभाग ने फिलहाल इस साल ऐसा कोई नियोजन नहीं किया है। किसान तालाब की मिट्टी अपने खेत मे डाल सकते हैं।
शु.गो. ढवले, कार्यकारी अभियंता, सिंचाई विभाग, नागपुर