भीड़ में शामिल 300 लोगों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी
मामला जुलूस में लगाए गए विवादित नारों का भीड़ में शामिल 300 लोगों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी
डिजिटल डेस्क, अमरावती। अचलपुर में एक के बाद एक घटनाएं देखने को मिल रही हैं। विशेष समुदाय के लोग समाज में अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं। अचलपुर को एक प्रयोगशाला बनाया जा रहा है। रविवार 9 अक्टूबर को विवादित नारे लगाने वाले जुलूस के सभी आयोजकों, मौके पर दिख रहे करीब 300 लोगों पर कार्रवाई हो। डीजे और गाड़ी जब्त की जाए। यदि 3 दिन में कार्रवाई नहीं होती है तो हम आंदोलन करेंगे। यह जानकारी बजरंग दल के प्रांत सुरक्षा प्रमुख संतोष गहरवार, विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री बंटी पारवानी, अचलपुर जिलाध्यक्ष आशुतोश भिताडे, अचलपुर जिला मंत्री अभय बाजपेयी ने दी। वह बुधवार 13 अक्टूबर को राजापेठ स्थित श्रमिक पत्रकार भवन में आयोजित पत्र परिषद बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि ईद के दो दिन पहले जयस्तंभ चौक पर मंदिर के सामने विशेष समुदाय ने धार्मिक झंडे लगाए थे। शहर का सामाजिक माहौल बनाए रखने के लिए थानेदार से शिकायत की गई जिस पर झंडे उतार दिए गए, लेकिन दूसरे दिन फिर से असामाजिक तत्वों ने फिर से वैसे ही झंडे लगा दिए। पुलिस प्रशासन का डर खत्म हो गया है। पुलिस की मौजूदगी में नारे लगाए जाते हैं। इससे पुलिस की साजिश दिखाई पड़ती है। उन्होंने कहा कि इसमें प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के लोग भी शामिल थे। इसलिए मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। हमें तो ऐसा लग रहा है कि यह दिखावे की कार्रवाई है। हम रात में 10 बजे डीजे बजाते हैं तो उसे जब्त कर लेते हैं और लाउडस्पीकर तोड़ दिया था।