धान उत्पादक किसानों को बोनस की प्रतीक्षा
महीनों से बाट जोह रहे धान उत्पादक किसानों को बोनस की प्रतीक्षा
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नागपुर शीतकालीन सत्र मंे धान उत्पादक किसानों को 15 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर बोनस देने की घोषणा की थी। इस घोषणा को 15 दिन से अधिक का समय बीत गया है, लेकिन इस संदर्भ मंे परिपत्रक कार्यालय मंे नहीं पहुंचा हंै। इससे जिले के धान उत्पादक किसान संभ्रम की स्थिति मंे आ गए हंै। उल्लेखनीय है कि पूर्व विदर्भ मंे धान की फसल बड़े पैमाने पर ली जाती है। विदर्भ में सबसे अधिक धान की बंपर फसल गांेिदया व भंडारा जिले में ली जाती है। इन जिलांे के लाखों किसान धान खेती पर ही निर्भर होने से जितना मुनाफा मिलना चाहिए, उतना मुनाफा धान उत्पादक किसानों को नहीं मिलता। किसानों को आर्थिक मदद मिले, इस उद्देश्य को लेकर शासन द्वारा बोनस के रूप में प्रोत्साहन रािश प्रति हेक्टेयर पर दी जाती है। प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी नागपुर शीतकालीन सत्र 2022 मंे राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा घोषणा की गई थी कि प्रति हेक्टेयर धान उत्पादक किसानों को 15 हजार रुपए बोनस दिया जाएगा। जिसकी मर्यादा 2 हेक्टेयर तक रहेेगी। बोनस की घोषणा होने से किसानों में हर्ष की लहर छा गई थी, लेकिन घोषणा को 15 दिन से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद इस संदर्भ मंे परिपत्रक कार्यालय मंे नहीं पहुंचा हैं। जिससे किसान संभ्रम की स्थिति मंे आ गए हंै।