ऑनलाइन शराब बिक्री के वायरल मैसेज फर्जी ,5.55 करोड़ की शराब बरामद
ऑनलाइन शराब बिक्री के वायरल मैसेज फर्जी ,5.55 करोड़ की शराब बरामद
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के उत्पादन शुल्क विभाग (आबकारी) ने साफ किया है कि किसी भी लाइसेंसधारी दुकान को शराब की ऑनलाइन बिक्री की अनुमति नहीं दी गई है। आबकारी विभाग ने लोगों से अपील की है कि इस तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें। लॉक डाउन के दौरान 5 करोड़ 55 लाख रुपए कीमत की शराब बरामद की गई है। राज्य सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर ‘ऑनलाइन वाइन या ऑनलाइन लिकर’ शीर्षक से घर पर शराब की डिलीवरी वाले फर्जी मैसेज वायरल किए जा रहे हैं। ऑनलाइन शराब डिलीवरी के नाम पर ऑनलाइन भुगतान स्वीकारने के नाम पर लोगो के साथ धोखाधड़ी हो रही है। कोराना लॉक डाउन की वजह से राज्यभर में शराब की बिक्री बंद है और विभाग अवैध शऱाब की बिक्री पर रोकने में जुटा है।
2 हजार 281 मामले दर्ज
लॉक डाउन के दौरान राज्यभर में शुक्रवार को 147 मामले दर्ज कर 66 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 11 वाहन जब्त कर 30 लाख 48 हजार रुपए की शराब बरामद की गई है। 24 मार्च 10 अप्रैल तक महाराष्ट्र में आबकारी संबधित 2 हजार 281 मामले दर्ज कर 892 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान कुल 5 करोड़ 55 लाख रुपए की शराब जब्त की गई। अवैध शराब की बिक्री, निर्मित व परिवहन की सूचना दूर ध्वनि क्रमांक 18008333333 व व्हाटसएप नंबर
लॉकडाउन के बीच अपराधों मे आई भारी कमी
मुंबई में कोरोना के प्रकोप के बीच आपराधिक मामलों में 65 प्रतिशत की गिरावट सामने आयी है। इस वर्ष मार्च महीने में 1100 एफआईआर दर्ज की गई है। जबकि पिछले साल मार्च में 3368 मामले दर्ज किए गए थे। इस लिहाज से मार्च महीने में आपराधिक मामलों में काफी गिरावट आई है। इस बार मार्च माह में दर्ज 1100 मामलों में ज्यादातर मामले लॉकडाउन उल्लंघन के हैं। पिछले साल चोरी के 489 मामले थे इस साल इस तरह का कोई मामले दर्ज नहीं हुआ है।
जानकारों के मुताबिक चोरी , चैन छिनैती, मोबाईल चोरी, पर्स व बैग को लेकर भागने की घटनाएं अक्सर भीड़ भाड़ वाले इलाकों में होती है लेकिन लॉकडाउन के चलते लोग अपने घरों में कैद हैं। इसलिए चोरी व दूसरी घटनाओं में कमी आयी है। इसके अलावा फिलहाल सभी लोग घरों में है इसलिए घरो में चोरी-लूट की वारदात नहीं हुई है। पिछले साल 41933 मामले दर्ज किए गए थे। जिसमें सबसे अधिक चोरी के मामले थे।