नरभक्षी बाघ का बंदोबस्त करवाने ग्रामीण हुए आक्रामक
दहशत नरभक्षी बाघ का बंदोबस्त करवाने ग्रामीण हुए आक्रामक
डिजिटल डेस्क, आरमोरी (गड़चिरोली)। लगातार दो दिनों में 2 किसानों की बाघ के हमले में मृत्यु होने के बाद तहसील के रामाला समेत क्षेत्र के दर्जनों गांवों के नागरिक दहशत में हैं। रामाला के नागरिकों ने बाघ का तत्काल बंदोबस्त करने की मांग स्थानीय विधायक कृष्ण गजबे से की। इस बीच वनविभाग भी बाघ को पकड़ने के लिए एक्शन मोड में होकर रामाला जंगल क्षेत्र में तकरीबन 21 ट्रैप कैमरों से नरभक्षी बाघ पर निगहबानी की जा रही है। हालांकि अब तक किसी भी कैमरे में बाघ के चित्र कैद नहीं हो पाये हैं। लेकिन चंद्रपुर जिले के ताड़ोबा की शार्प शूटर्स की टीम के मदद के लिए अब अमरावती जिले के मेलघाट की टीम भी देसाईगंज वनविभाग में दाखिल हो गयी है। बता दें कि, देसाईगंज वनविभाग के तहत आने वाले आरमोरी तहसील के देशपुर जंगल परिसर में शुक्रवार को नरभक्षी बाघ ने किसान ठेमामी आत्राम पर हमला कर दिया था, जिसमें किसान की मौत हो गई जबकि दूसरे ही दिन शनिवार की सुबह 11 बजे के दौरान बाघ ने रामाला गांव निवासी किसान आनंद पांडूरंग दुधबले पर हमला कर उसका भी शिकार किया। लगातार दो दिनों में 2 किसानों की मृत्यु होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हुआ है।
वनविभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरमोरी तहसील के रामाला, सालमारा, कनेरी, रामपुरी, जोगीसाखरा, शंकरनगर, कावसी, आष्टा, अतरंजी, अरसाेड़ा, मुलूर चक, देशपुर, कुरूंजा, चुरचुरा आदि गांव परिसर के जंगल में सीटी-1 और सीटी-6 बाघ ने अपनी जगह बनायी है। इसी बाघ के हमलों में मासूम नागरिकों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। पिछले 15 दिनों से ताड़ोबा की शार्प शूटर्स की टीम इन बाघाें को पकड़ने का प्रयास कर रही है। लेकिन टीम को अब तक किसी भी प्रकार की सफलता हाथ नहीं आयी है। वनविभाग के आला-अधिकारियों के आदेश पर शुक्रवार को ही अमरावती जिले के मेलघाट की एक टीम भी ताड़ाेबा की टीम को मदद करने यहां दाखिल हुई है। रामाला गांव परिसर के जंगल क्षेत्र में वनविभाग ने शुक्रवार को कुल 4 कैमरे लगाए थे। जबकि शनिवार को पुन: 7 कैमरे लगाए गये। कुल मिलाकर इस वनक्षेत्र में अब तक 21 ट्रैप कैमरों की मदद से बाघ पर नजर रखी जा रही है। लेकिन अब तक किसी भी कैमरे में बाघ की तस्वीर कैद नहीं हो पायी है। रविवार को रामाला गांव के नागरिकों ने स्थानीय विधायक कृष्णा गजबे से मिलकर नरभक्षी बाघ का तत्काल बंदोबस्त करने की मांग की है। इस मांग पर विधायक गजबे ने रविवार को देसाईगंज वनविभाग के अधिकारियों की एक विशेष बैठक ली। बैठक के दौरान उन्होंने नरभक्षी सीटी-1 और सीटी-6 बाघ का तत्काल बंदोबस्त करने के निर्देश वनाधिकारियों को दिए हंै। लगातार बढ़ रही हमलों की घटनाओं के कारण वर्तमान में देसाईगंज तहसील के दर्जनों गांवों के नागरिक दहशत में अपना जीवनयापन कर रहे हंै।
विशेष टीम तैयार करने की आवश्यकता
गड़चिरोली जिले में प्रदेश का सर्वाधिक जंगल मौजूद है। एकमात्र गड़चिरोली में करीब 78 प्रतिशत जंगल है। यहां आज करीब 20 से अधिक बाघ मौजूद होने की जानकारी स्वयं वनविभाग ने दी है। नरभक्षी बाघों को पकड़ने के लिए हर समय चंद्रपुर अथवा अमरावती जिले की विशेष शार्प शूटर्स की टीम को यहां बुलाया जाता है। इस तरह की टीम गड़चिरोली में ही स्थापित करने की आवश्यकता है। इस दृष्टि से जल्द ही सरकार से मांग की जाएगी। -कृष्णा गजबे, विधायक आरमाेरी