दिसंबर 2024 तक पूरा होगा विदर्भ का महत्वाकांक्षी गोसीखुर्द प्रकल्प
सरकार बोली- परियोजना के लिए आवंटित राशि दूसरे काम पर खर्च नहीं हुआ दिसंबर 2024 तक पूरा होगा विदर्भ का महत्वाकांक्षी गोसीखुर्द प्रकल्प
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । सरकार ने कहा है कि दशकों से लंबित विदर्भ की गोसीखुर्द सिंचाई परियोजना का काम दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। इस परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी महाराष्ट्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि गोसीखुर्द परियोजना के लिए आवंटित धनराशि को किसी अन्य कार्य पर खर्च नहीं किया गया है। यह जानकारी केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टूडू ने गुरूवार को लोकसभा में भाजपा सांसद अशोक नेते के सवाल के लिखित जवाब में दी है। उन्होंने बताया कि गोसीखुर्द राष्ट्रीय परियोजना के लिए मार्च 2016 तक केन्द्रीय सहायता के रूप में 2,988 करोड़ रूपये की राशि जारी की गई थी।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना को दिसंबर 2019 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित था। लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने केन्द्र को सूचित किया है कि इस परियोजना को दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। मंत्री ने बताया कि अब तक 250.80 हजार हेक्टेयर के सीमित सिंचाई क्षमता में लगभग 152.74 हजार हेक्टेयर सृजित किया गया है। अक्टूबर, 2022 तक खर्च हो चुके हैं 15,308 करोड़ श्री टूडू ने कहा कि वर्ष 2013-14 के मूल्य स्तर पर इस परियोजना की अनुमानित लागत 18,494.57 करोड़ रूपये के लिए इस परियोजना हेतु अंतिम लागत समीक्षा का आकलन वर्ष 2017 में किया गया था। अक्टूबर 2022 तक गोसीखुर्द परियोजना पर खर्च की गई कुल राशि 15,308.79 करोड़ रूपये है। बता दें कि गोसीखुर्द सिंचाई परियोजना का निर्माण कार्य 1988 में शुरू किया गया था। तब इस परियोजना की आरंभिक लागत वर्ष 1982-83 मूल्य के स्तर पर 372.22 करोडु रूपये अनुमानित थी।