नएससी से देर रात कोविड के मरीजों को ले जाने पर हुआ हंगामा -चिकित्सकों ने रोक दिया कामकाज, मामला पुलिस तक पहुंचा
नएससी से देर रात कोविड के मरीजों को ले जाने पर हुआ हंगामा -चिकित्सकों ने रोक दिया कामकाज, मामला पुलिस तक पहुंचा
डिजिटल डेस्क, सिंगरौली (जयंत)। शुक्रवार की रात तकरीबन 11 बजे 5 कोविड मरीजों को नेहरू अस्पताल से परीक्षण के लिए निकाले जाने के बाद एक मरीज ने जमकर हंगामा किया। कोविड वार्ड में भर्ती मरीज शेखर सिंह ने 5 मरीजों को एक साथ वार्ड से ले जाए जाने पर पूछा कि इतनी रात में इन्हें कहां ले जाया जा रहा है? नेहरू के नोडल अधिकारी डॉ. विनोद ने लापरवाही से जवाब देते हुए कहाकि जिला प्रशासन के निर्देश पर इन्हें भेजा जा रहा है। आप उन्हीं से पूछिए कि वे कहां जा रहे हैं? इतना कहना था कि शेखर ने उनके इस व्यवहार पर आपत्ति जताई और मामला गरमा गया। शनिवार की सुबह चिकित्सकों ने काम बंद कर कोविड वार्ड से बाहर निकल आए और पैरामेडिकल स्टाफ ने मरीज को कहीं और ले जाने की मांग पर काम बंद कर दिया। अंतत: एनसीएल के उच्च प्रबंधन और जिला प्रबंधन के हस्ताक्षेप पर मरीज शेखर सिंह को जिला अस्पताल ले जाया गया, तब जाकर स्थिति सामान्य हुई।
वीडियो के जरिए बतायी समस्या
सुबह तकरीबन 11 बजे शेखर सिंह ने वीडियो जारी कर मीडिया से अपील की कि नेहरू अस्पताल में तानाशाही का आलम है। उन्होंने एक सवाल उठाया तो उनके साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। सुबह से नाश्ता खाना भी नहीं भेजा गया है। एक 15 महीने का बच्चा भी कोविड वार्ड में भर्ती है उसे दूध भी नहीं मिल पाया है। समस्या का समाधान कराया जाय और नेहरू अस्पताल में व्याप्त तानाशाही को दूर किया जाय।
जीएम कार्मिक ने सुलझाया मामला
मामले की गंभीरता को देखते हुए एनसीएल मुख्यालय से महाप्रबंधक कार्मिक व कोविड प्रभारी चाल्र्स जुस्टर ने नेहरू स्टाफ की जमकर क्लास ली। उन्होंने स्टाफ को समझाइश दी एक पेशेंट के लिए अन्य 23 कोविड मरीजों के साथ लापरवाही नहीं की जानी चाहिए। तुरंत उन्होंने नाश्ता खाना वितरित कराया और डॉ. एसके भोवाल, सीएमओ इंचार्ज डॉ. संजीव श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी डॉ. विनोद कुमार, स्टाफ अधिकारी दुर्गेश वर्मा, मुख्यालय के सुरक्षा अधिकारी एपी सिंह चौहान, विकास दूबे, मो. नसीर ने बैठक कर स्टाफ की समस्या को सुलझाया। साथ ही जिला प्रशासन से समन्वय बना कर मरीज को जिला अस्पताल भेजवाया गया
प्रबंधन ने कहा कि मुहिम को कमजोर न होने दें
मामले को लेकर एनसीएल प्रबंधन ने कहाकि रात सवा 12 बजे एनएससी कोविड वार्ड में भर्ती पुलिस कर्मियो को जिला प्रशासन द्वारा जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था। इस दौरान कोविड वार्ड में भर्ती मरीज शेखर सिंह बेवजह विवाद खड़ा करने लगे। नेहरू अस्पताल के कोविड -19 वार्ड में भर्ती मरीज ने वार्ड के बैरिकेड्स को धक्का देकर कोविड प्रोटोकॉल का तोड़ते हुए बाहर आ गये व उपद्रव व हंगामा करने लगे। इस दौरान उनकी देखभाल करने के लिए मौजूद कोविड प्रभारी डॉ. विनोद के साथ उनके द्वारा अभद्रता की गई। साथ ही चिकित्सकों का यह भी आरोप है कि इस दौरान शेखर ङ्क्षसह उनके ऊपर थूकने एवं पीपीई किट फाडऩे की धमकी देने लगे। जिससे उपचाररत चिकित्सकों में भय व्याप्त हो गया। ड्यूटी में लगे कर्मी कोविड वार्ड में जाने से डरने लगे। पीपीई किट सहित सभी कोविड संबंधित प्रोटोकोल का पालन करते हुए जब सुरक्षा उप निरीक्षक विनीत कुमार दूबे कोविड वार्ड में गये तो उनसे भी बदतमीजी की गई। सुरक्षा प्रभारी ने इस पूरे प्रकरण की शिकायत पुलिस चौकी जयंत में लिखित तौर पर किया है। इस पूरे प्रकरण की तुरंत जानकारी जिला प्रशासन को दे दी गई है। इस तरह की अप्रिय घटना कोविड के खिलाफ हमारी मुहिम को कमजोर करेगा एवं कोरोना योद्धाओं के मनोबल को तोड़ेगा।