बिजली की समस्या से त्रस्त किसान ने किया चक्काजाम
छिंदवाड़ा बिजली की समस्या से त्रस्त किसान ने किया चक्काजाम
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। आदिवासी अंचल में स्थित दूरदराज के गांवों में बार-बार बिजली बंद हो रही है। दिन में छह घंटे के शेड्यूल से किसानों को बमुश्किल दो से तीन घंटे बिजली पांच सात किश्तों में मिल रही है। शिकायत के बाद भी बिजली कर्मचारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। कुछ ऐसी ही शिकायतों के साथ गुुुरुवार को लगभग 50 गांवों के किसानों ने छिंदवाड़ा नरसिंहपुर मार्ग एनएच 547 पर बड़े पुल के पास चक्काजाम कर दिया। किसानों के समर्थन में आए विधायक ने बिजली कंपनी व प्रशासनिक अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई। तहसीलदार और थाना प्रभारी ने २४ घंटे में शिकायतों के निदान का आश्वासन दिया तब किसानों ने आंदोलन खत्म किया।
बिजली व्यवस्था से नाराज किसानों ने नेशनल हाईवे पर जबरदस्त आंदोलन किया। इससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। किसान संगठन का आंदोलन लगभग तीन घंटे तक चलता रहा। धरना स्थल पर पहुंचे विधायक कमलेश शाह ने किसानों की समस्याएं सुनी। किसानों ने बताया कि बार-बार शिकायत के बाद भी बिजली कटौती थम नहीं रही है। जले हुए ट्रांसफार्मर १० दिन में भी नहीं सुधरे हैं। कुछ फीडर में रात को १० से दो बजे तक और सुबह ६ से १२ बजे तक बिजली सप्लाई का शेड्यूल है, इससे किसान रात में दो घंटे भी नहीं सो पाते।
विधायक कमलेश शाह ने कहा कि इस समय किसानों को एक-एक मिनट की बिजली कीमती है। सरकार किसानों को सिंचाई के लिए दस घंटे बिजली आपूर्ति का दावा कर रही है लेकिन आदिवासी अंचल में पांच घंटे भी बिजली सही तरीके से नहीं मिल रही है। किसान आंदोलन की जानकारी मिलते ही तहसीलदार रत्नेश ठवरे, हर्रई थाना प्रभारी, बटका खापा थाना प्रभारी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस अवसर पर किसान संगठन के अध्यक्ष मनोज डेहरिया, उपाध्यक्ष ब्रजेश इरपाची जनपद सदस्य चंदू कुडोपा, राजकुमार उइके, शिवनारायण, सुमरलाल काकोडिया, ललित बट्टी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार ठाकुर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।