त्रिपुरा में थमा चुनाव प्रचार का शोर, अंतिम दिन राहुल बोले- वादे कर भूल जाते हैं पीएम मोदी
त्रिपुरा में थमा चुनाव प्रचार का शोर, अंतिम दिन राहुल बोले- वादे कर भूल जाते हैं पीएम मोदी
डिजिटल डेस्क, अगरतला। त्रिपुरा में चुनावी शोर थम गया है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन शुक्रवार को यहां सभी प्रमुख दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी। सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच यहां मुख्य मुकाबला बताया जा रहा है। कांग्रेस भी यहां अपनी पूरी ताकत लगाए हुए हैं। अंतिम दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद मैदान में थे। त्रिपुरा में एक चुनावी रैली में उन्होंने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पीएम मोदी को वादा करके भूलने वाला शख्स करार दिया। राहुल ने कहा, पीएम मोदी का एक ही फंडा है, चुनावी रैलियां करो, 3-4 बड़े-बड़े वादे करो और फिर भूल जाओ।
कैलाशहार रैली में राहुल ने कहा, मोदी जी जहां भी जाते हैं, कुछ ना कुछ वादे करके चले आते हैं और बाद में भूल जाते हैं। कांग्रेस पार्टी ऐसी नहीं है। हम जो वादे करते हैं उन्हें चुनावी जुमला नहीं बताते। हम अपने वादों को पूरा करते हैं।
बता दें कि त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव 18 फरवरी को होंगे। 60 सीटों पर होने वाले इन चुनावों का परिणाम तीन मार्च को जारी होगा। इन चुनावों में 297 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। वर्तामान में यहां मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है। सीपीएम नेता माणिक सरकार 1998 से त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद पर काबिज हैं।
अब तक त्रिपुरा में पिछले सभी विधानसभा चुनाव कांग्रेस बनाम मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बीच रहे हैं, लेकिन 2018 विधानसभा चुनाव में त्रिपुरा की फिजा बदली हुई नजर आ रही है। त्रिपुरा की राजनीति पर नजर रखने वालों को लगता है कि इस बार चुनाव नतीजे कुछ अप्रत्याशित हो सकते हैं। कांग्रेस जहां अपने अस्तित्व को बचाने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। वहीं दूसरी ओर केंद्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी ने पूर्वोत्तर में अपने पैर पसारने के लिए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है।